जून में सैनिटाइजर और मास्क की बिक्री हुई आधी
लोग हुए लापरवाह नहीं कर रहे मास्क का इस्तेमाल अप्रैल-मई में संक्रमण से बचने को कर रहे थे डबल मास्क का प्रयोग
आगरा, जागरण संवाददाता । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया। ऐसे में एक माह पहले तक लोग घर से बाहर निकलने पर एक नहीं, बल्कि दो मास्क लगा रहे थे। कोई चीज छूने के बाद हाथों को सैनिटाइज कर रहे थे। मगर, अब लोग पूरी तरह लापरवाह हो गए हैं। एक भी मास्क नहीं लगा रहे हैं। बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड भी आधी हो गई है।
पिछले साल जब कोरोना ने दस्तक दी तो मास्क और सैनिटाइजेशन को ही इससे बचाव का जरिया माना गया। पहली लहर में लोगों ने मास्क और सैनिटाइजेशन के दम पर जंग भी जीती। मगर, दूसरी लहर के आने तक लोग लापरवाह हो गए। ऐसे में दूसरी लहर ने ज्यादा कष्ट दिया। ज्यादा संक्रमण फैलने पर लोगों ने बचाव को डबल मास्क लगाए। बार-बार हाथों को सैनिटाइज किया। यही कारण था कि अप्रैल और मई में मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री कई गुना तक बढ़ गई थी। एन-95 और सर्जिकल मास्क की बाजार में कमी हो गई थी। मगर, अब हालात फिर से पहले जैसे हो गए हैं। बाजारों में लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। इसका असर सैनिटाइजर और मास्क की खपत पर भी दिख रहा है। जून में मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री आधी रह गई। फव्वारा बाजार स्थित अलका सर्जिकल के चंदर पाहूजा ने बताया कि अप्रैल व मई में मास्क और सैनिटाइजर की मांग अचानक बढ़ गई थी। आर्डर के बाद भी माल नहीं मिल रहा था। मगर, जून में फिर पहले जैसी स्थिति हो गई है। राजामंडी स्थित जैन सर्जिकल के विपिन जैन का कहना है कि अप्रैल और मई की तुलना में जून में मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री आधी रही। दाम भी हुए कम
जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशु शर्मा ने बताया कि अप्रैल और मई में सर्जिकल आइटम के दामों में भी इजाफा हो गया था। ट्रिपल लेयर मास्क थोक में एक रुपये का था, जो दो रुपये का हो गया था। इसी तरह एन-95 मास्क भी 30 रुपये से 60 रुपये तक में बिका। पल्स आक्सीमीटर और थर्मामीटर के दाम तीन गुने हो गए थे। मगर, अब इनके दामों में गिरावट आ गई है।