अफसरों नहीं सुनी फरियाद, अपने पैसे से कराया सैनिटाइजेशन
24 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री का पाठ भूल गए अफसर सिर्फ मुख्य रोड पर हो रहा सैनिटाइजेशन -वार्ड 18 के पार्षद बंटी माहौर ने 1200 रुपये प्रति घंटा पर मंगाई मशीन
आगरा, जागरण संवाददाता। बैठक हो या फिर कोविड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के अफसरों को बेहतर तरीके से सैनिटाइजेशन कराने का पाठ पढ़ाया था लेकिन अफसर यह पाठ 24 घंटे के भीतर ही भूल गए। न्यू राजनगर, राजनगर, सिर की मंडी, बर्फखाना, ऊंचा खेत, कोली मुहल्ला, गजानन नगर कालोनी, वाल्मीकि बस्ती यह ऐसे क्षेत्र हैं, जहां इस साल सैनिटाइजेशन नहीं हुआ है। इन क्षेत्रों में कई लोगों को कोविड हो चुका है। लगातार शिकायतों के बाद भी निगम प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पर वार्ड 18 के पार्षद बंटी माहौर ने अपने पैसे से शुक्रवार को संबंधित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराया। क्षेत्रीय लोगों ने निगम प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई और नारेबाजी की।
पार्षद बंटी माहौर ने बताया कि संबंधित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराने के लिए कई बार अफसरों को शिकायत की गई लेकिन किसी ने भी फरियाद नहीं सुनी। 1200 रुपये प्रति घंटा के आधार पर मशीन मंगाकर संबंधित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराया गया। अफसरों के यहां तो हर दिन होता है सैनिटाइजेशन:
राजनगर निवासी चंपा देवी का कहना है कि नगर निगम के अफसरों के घर पर हर दिन सैनिटाइजेशन होता है, जबकि उनके क्षेत्र में इस साल एक बार भी सैनिटाइजेशन नहीं हुआ है। पार्षद ने अपने पैसे से सैनिटाइजेशन कराया है। शर्मनाक, जनता के साथ छल :
बर्फखाना निवासी प्रेमवती देवी का कहना है कि नगर निगम प्रशासन जनता के साथ छल कर रहा है। मुख्य रोड पर ही सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। मेयर साहब का कमलानगर पर ध्यान : पुरानी आबादी निवासी शीलू कुमार का कहना है कि मेयर साहब का ध्यान कमला नगर क्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराने पर है। क्षेत्र में न तो पानी आ रहा है और न ही सैनिटाइजेशन हो रहा है।
कार्रवाई की मांग : सिर की मंडी निवासी किशन लाल का कहना है कि निगम के लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। कागजों में सैनिटाइजेशन हो रहा है। - शहरी क्षेत्र में नगर निगम प्रशासन को सैनिटाइजेशन कराना चाहिए। यह हर क्षेत्र में होना चाहिए। रोस्टर बनाकर इसका विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए जाएंगे।
प्रभु एन. सिंह, डीएम