Rehabilitation: आगरा से पुलिस अभिरक्षा में अपनों के पास आज असोम रवाना होगी संवासिनी

Rehabilitation पिछले साल अगस्त में देह व्यापार के आरोप में पुलिस ने कोतवाली किया था गिरफ्तार। रिहाई के बावजूद पुलिस लाइन से गार्द न मिलने से नहीं जा सकी थी घर। देह व्यापार के मामले में गिरफ्तार आरोपित युवतियों को स्वजन के हाथाें में ही सौपते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 05:17 PM (IST)
Rehabilitation: आगरा से पुलिस अभिरक्षा में अपनों के पास आज असोम रवाना होगी संवासिनी
पुलिस लाइन से गार्द न मिलने से नहीं जा सकी थी घर।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के कोवलाी बाजार से देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार संवासिनी बुधवार पुलिस अभिरक्षा में गुवाहाटी (असोम) के लिए आज शाम को रवाना होगी। संवासिनी की रिहाई के आदेश के बावजूद वह जेल में निरुद्ध थी। पुलिस लाइन से गार्द नहीं मिलने के चलते वह घर नहीं जा सकी थी। इसे लेकर कोर्ट ने जेल अधिकारियों को तलब कर लिया था। इसके बाद पुलिस लाइन से गार्द मिलने और 20 जनवरी का रिजर्वेशन होने की जानकारी जेल प्रशासन द्वारा अदालत को दी गई।

ये था मामला

कोतवाली में कोठों में पिछले साल अगस्त में पुलिस ने छापा मारा था। वहां से देह व्यापार के आरोप में 11 युवतियों को पकड़ा था। यह युवतियां उत्तर प्रदेश, असोम, नेपाल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र की रहने वाली थीं। इनमें कुछ पर कोठा चलाने और जिस्मफरोशी कराने का आरोप था। वहीं पकड़ी गई कई युवतियों से जबरन जिस्मफरोशी कराई जा रही थी। इनमें जिस्मफरोशी कराने की आरोपित युवतियों को जिला जेल जबकि बाकी को नारी संरक्षण गृह भेजा गया था। इनमें असोम की रहने वाली संवासिनी के अधिवक्ता ने उसकी रिहाई के लिए जमानत याचिका अदालत में प्रस्तुत की थी। अदालत ने संवासिनी की रिहाई के आदेश दिए थे।

जेल से इसलिए नहीं आ सकी थी बाहर

असोम के गुवाहाटी की रहने वाली संवासिनी की जमानत याचिका स्वीकृत हो गई थी। मगर,उसे घर तक भेजने के लिए पुलिस लाइन से गार्द नहीं मिल सकी थी। इसके चलते उसकी रिहाई अटकी हुई थी। जेल प्रशासन ने अदालत और जिला प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया गया। इसके बाद संवासिनी की रिहाई का रास्ता साफ हो सका। जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा ने बताया संवासिनी पुलिस अभिरक्षा में उसके घर रवाना की किया जायेगा।

स्वजन को सत्यापन के बाद ही सौंपते हैं अब

देह व्यापार के मामले में गिरफ्तार आरोपित युवतियों को स्वजन के हाथाें में ही सौपते हैं। जिस्मफरोशी में पकड़ी गई युवतियों को उनके नाम-पते और परिवार के बारे में सत्यापन के बाद सौंपने का नियम है। पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई युवतियों द्वारा बताए गए नाम-पते का सत्यापन पुलिस द्वारा उनके संबंधित जिले की पुलिस से कराया जाता है।इसके बाद जिन युवतियों के स्वजन आने में असमर्थ में होते हैं, पुलिस उन्हें घर तक छोड़ने जाती है। 

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