महामारी का प्रकोप कम करने को संतों की अनूठी साधना, कड़ी धूप में कर तप
चिलचिलाती धूप में तप पर बैठे संत लोकेशानंद महाराज। आगरा के ऊंचा गांव के सती मंदिर पर भी संत 31 दिन की तप साधना पर बैठे। तपती आग के बीच संतों की तप साधना जारी। जनकल्याण को लेकर संतों ने उठाया कदम।
आगरा, जागरण संवाददाता। इस वक्त पूरा विश्व ही कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। हर ओर एक ही जैसे दृश्य हैं। अस्पतालाें के भीतर ए− एक सांस के लिए तड़पते लोग तो बाहर लॉकडाउन के कारण दो जून की रोटी के लिए परेशान लोग। दिन प्रतिदिन हालत बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर, पुलिस - प्रशासन, सरकार अपने स्तर से कोरोना महामारी को हराने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए ब्लाक शमसाबाद क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थानों पर संत तप साधन कर रहे हैं। निराहार रहकर, हवन द्वारा कोरोना वायरस महामारी को संसार से दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। उनके लगातार तप से ग्रामीणाें में उम्मीद बंधी है।
ब्लाक शमसाबाद क्षेत्र के फतेहाबाद मार्ग स्थित जारोली टीला कैला देवी माता मंदिर के प्रांगण में संत लोकेशानंद महाराज जन कल्याण को लेकर 27 अप्रैल से तप साधना कर रहे है। इस समय कोरोना महामारी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महामारी से बचने के लिए संत ने अंगारों के बीच बैठकर 21 दिवसीय तप साधना की। भक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कैला देवी मंदिर परिसर में लोकेशानंद महाराज द्वारा 21 दिवसीय लगातार तप साधना की है।
वहीं ब्लाक शमसाबाद क्षेत्र के ही गांव ऊंचा में जनकल्याण को लेकर सती माता मंदिर पर अवधूत गिरी महाराज ने भी 31 दिन की तप साधना प्रारंभ कर दी है। तप साधना के दौरान चारों ओर अंगारे जल रहे हैं । ग्रामवासी यतीश शर्मा ने बताया कि यह साधना संत अवधूत गिरी महाराज 31 दिन तक लगातार जारी रखेंगे।