40 मिनट बारिश में सड़कें हुईं लबालब, खेरिया मोड़ 'पानी-पानी'
ताजनगरी में जलभराव बना मुसीबत आइएसबीटी पर एक दर्जन वाहन फंसे जाम राधा नगर मंटौला बिजली घर राजा की मंडी बोदला रोड मारूति स्टेट का भी बुरा हाल हांफ गए नाले कागजों पर सफाई होने से आई दिक्कत
आगरा,जागरण संवाददाता। ताजनगरी में भीषण गर्मी और उमस से बेहाल लोगों को कुदरत ने रविवार को बारिश के जरिए राहत दी, लेकिन नगर निगम, एनएचएआइ समेत कई विभागीय अधिकारियों की लापरवाही ने इस राहत को आफत में बदल दिया। आधे शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया, सीवर और पानी की पाइपलाइनों के लिए की गई खोदाई से गलियों से लेकर सड़कों तक दलदल और कीचड़ हो गया। नाले चोक होने से लोगों के घरों में पानी भर गया। नगर निगम के जिन अफसरों ने नाला सफाई के दावे किए, बारिश ने उनके दावों की पोल खोल दी। महज 40 मिनट की बारिश में सड़कों पर पानी भर गया।
खेरिया मोड़ पर सड़क पर जलभराव हो गया। आसपास भी कई घरों में पानी भर गया। आगरा-मथुरा हाईवे पर आइएसबीटी के पास ओवरब्रिज निर्माण के चलते यहां सड़क पर जलभराव हो गया, जिसमे दो रोडवेज बस समेत एक दर्जन वाहन फंस गए, इनको बड़ी मुश्किल से निकाला गया, जिस कारण इस स्थान पर शाम को छह बजे से शाम सात बजे तक जाम की स्थिति रही। राधा नगर, मंटौला, बिजली घर, राजा की मंडी, शाहगंज- बोदला रोड, मारूति स्टेट का भी बुरा हाल रहा। इन स्थानों पर भी जलभराव के कारण वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। बिजली घर पर नाला सफाई न होने के कारण जलभराव हुआ। जिस कारण यहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आवास-विकास रोड, के के नगर का भी यही रहा। यमुना पार निचली बस्तियों मे जलभराव के कारण लोगों को परेशानी हुई।
331 हैं नाले : शहर में 331 नाले हैं। इसमें 21 बड़े और 15 भूमिगत नाले हैं। इस साल नगर निगम प्रशासन ने नालों की सफाई एक माह की देरी से शरू की है। महावीर नाला समेत कई ऐसे नाले हैं जिनकी सफाई टुकड़ों में की गई है। नालों को अंतिम छोर से शुरुआत तक साफ नहीं किया गया है। इससे नालों के जल्द चोक होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
पंप किए चेक, डीजल है या नहीं : नगर निगम प्रशासन ने शहर भर में 20 स्थलों पर पंप लगा रखे हैं। जलभराव होने पर पंपों को चलाया जाता है। पंपों में डीजल है या नहीं, रविवार को इसकी जांच की गई।
वर्जन
शहर में विभिन्न स्थानों पर पंप के साथ टीम लगी रही। उनके पास जलभराव की एक भी शिकायत नहीं आई। जोनल प्रभारियों के पास जलभराव की जो भी शिकायत आई, उसका निस्तारण किया गया।
निखिल टीकाराम फुंडे नगर आयुक्त