केरल से ताजमहल घूमने आया छात्र था कोरोना संक्रमित, न जाने यहां किस-किस से मिल गया
अक्टूबर में अब तक मिले सभी कोरोना वायरस संक्रमित अन्य शहरों से आगरा आए। त्योहार पर बाहर से आएंगे लोग वैक्सीन जरूर लगवाएं। सोमवार को है आज 1.11 लाख वैक्सीन लगाने का लक्ष्य। बारिश लगातार होने की वजह से आज कम ही लोग पहुंच रहे हैं केंद्रों पर।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का खतरा कम नहीं हो रहा है। बाहर से आने वाले लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है। इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में त्योहार पर बाहर से लोग आएंगे, इनसे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है।
अक्टूबर में कोरोना के पांच नए केस मिले हैं। ये सभी अन्य शहरों से आगरा आए थे। 14 अक्टूबर की रात को आगरा कैंट स्टेशन पर केरल से आए 19 साल के छात्र के सैंपल लिए गए। छात्र ताजमहल का दीदार करने के लिए आया था, वह 16 अक्टूबर को आगरा से केरल लौट गया। उसकी कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। छात्र कहां कहां गया, यह पता नहीं चल सका है। छात्र के संपर्क में आए लोगों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा है। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि त्योहार पर बाहर से लोग आएंगे। बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ रहेगी। इससे कोरोना संक्रमित होने का खतरा है। ऐसे में मास्क पहनें और शारीरिक दूरी का पालन करें। भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। कोरोना संक्रमितों की संख्या 25764 है। एक मरीज ठीक हो गया। अभी तक 25301 मरीज ठीक हो चुके हैं।
आज 1.11 लाख वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एसके वर्मन ने बताया कि अभी तक वैक्सीन की 2732849 डोज लग चुकी हैं। 18 से अधिक उम्र के 32 लाख से अधिक लोगों के वैक्सीन लगाई जानी है। आज 401 केंद्र पर 1.11 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगवाने के लिए पूर्व पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है। अपना आधार कार्ड और मोबाइल लेकर केंद्र पर पहुंच जाएं। वैक्सीन लगा दी जाएगी।
641180 ने ही लगवाई वैक्सीन की दोनों डोज
कोवक्सीन की पहली डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरी डोज लग रही है। जबकि कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने के 84 दिन बाद दूसरी डोज लगाई जा रही है। 20 लाख से अधिक लोग वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुके हैं। मगर, दोनों डोज 641180 लोगों ने ही लगवाई हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीबाडीज बन रही हैं।