Mulayam Singh Yadav: सैल्यूट लेने के बाद दरोगा से बोले थे मुलायम, कैसे हो नेपाल सिंह

Mulayam Singh Yadav शिकोहाबाद एके कालेज में जूनियर रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने सुनाए संस्मरण। 1993 में शिकोहाबाद सीट से लड़े थे मुलायम जिले में लहराया था सपा का परचम। 1993 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव प्रदेश में तीन सीटों पर एक साथ चुनाव लड़े।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 02:31 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 02:31 PM (IST)
Mulayam Singh Yadav: सैल्यूट लेने के बाद दरोगा से बोले थे मुलायम, कैसे हो नेपाल सिंह
शिकोहाबाद एके कालेज में जूनियर रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने सुनाए संस्मरण।

आगरा, डा.राहुल सिंघई। देश की सियासत में धरती पुत्र और नेताजी के नाम से मशहूर सपा के पूर्व मुखिया मुलायम सिंह का फिरोजाबाद से गहरा नाता रहा है। शिकोहाबाद के अहीर कालेज(अब एके कालेज) से बीटी की पढ़ाई की और विस का चुनाव भी लड़े। कालेज के दिनों और राजनैतिक संघर्ष के दिनों के साथी तो अब नहीं हैं, लेकिन उनके बारे में कहानियां अब भी सुनाई जाती हैं। सोमवार को नेताजी 83वां जन्म दिन मना रहे हैं। कालेज के दिनों के जूनियर रहे रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर नेपाल सिंह ने जागरण के साथ संस्मरण ताजा किए।

शिकोहाबाद के खेड़ा मुहल्ला में रहने वाले 77 वर्षीय रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर नेपाल सिंह बताते हैं कि नेताजी बीटी करने इटावा से अहीर कालेज में आए थे और हास्टल में रहा करते थे। उन दिनों मैं 12वीं कक्षा में पढ़ता था। वे मेरे सीनियर थी। नेताजी भी कुश्ती लड़ते थे और मैं भी कुश्ती लड़ता था। बाद मैं पुलिस में भर्ती हो गया। फतेहपुर थाने में मेरी पोस्टिंग थी, तब नेताजी मुख्यमंत्री के रूप में वहां पहुंचे थे। मैंने उन्हें सेल्यूट किया तो वे मुझे पहचान गए। अपने पास बुलाया और पूछा कैसे हो नेपाल सिंह, कोई परेशानी तो नहीं? मैंने कहा सर सब ठीक है। नेपाल सिंह बताते हैं कि मुलायम सिंह शुरू से राजनीति से जुड़े रहे और अपने साथ वालों को कभी नहीं भूले। राजनीति में सक्रिय होने के बाद वे अपने शिक्षकों से मिलते रहे और सम्मान भी देते रहे।

शिकोहाबाद से लड़ा था नेताजी ने चुनाव

1993 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव प्रदेश में तीन सीटों पर एक साथ चुनाव लड़े। निधौलीकला और जसवंतनगर के साथ शिकोहाबाद सीट पर चुनाव लड़े और भारी बहुमत से जीते। बाद में निधौलीकला और जसवंत नगर सीट को उन्होंने छोड़ दिया था। इसके बाद फिरोजाबाद जिला सपा का गढ़ माना जाने लगा। 2002 में शिकोहाबाद में सपा प्रत्याशी हरिओम यादव के समर्थन में चुनावी जनसभा भी की थी। उन्होंने कहा था कि हरिओम को जिताओ। इसके बाद वे फिर से शिकोहाबाद से चुनाव लड़ने आएंगे, मगर बाद में ऐसा नहीं हो सका।

शिकोहाबाद से है रिश्तेदारी का नाता

शिकोहाबाद में रहने वाले सिरसागंज विधायक हरिओम यादव के परिवार में मुलायम सिंह की रिश्तेदारी है। हरिओम यादव के बड़े भाई रामप्रकाश नेहरू की बेटी की शादी मुलायम सिंह के बड़े भाई रतन सिंह के बेटे रणवीर सिंह से हुई थी। इस रिश्ते से मुलायम समधी होते हैं। विधायक हरिओम यादव कहते हैं कि शिकोहाबाद ही नहीं पूरे जिले से नेताजी का संपर्क था और वे इसे कभी नहीं भूलते। 

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