SARAL APP: सुबह होगी लर्निंग आउटकम परीक्षा, शाम को मिलेगा परिणाम

SARAL APP शासन ने परिषदीय विद्यार्थियों के लिए कक्षावार न्यूनतम लर्निंग आउटकम तय किया है। सरल एप से विद्यार्थियों के मूल्यांकन का मुश्किल काम होगा आसान। प्रेरणा सूची अनुसार प्रश्न पूछकर एप से मापा जाएगा उनका प्रदर्शन। सैट टेस्ट में बहुविकल्पीय प्रश्नों को ओएमआर शीट के माध्यम से पूछा जाएगा।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:18 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:18 PM (IST)
SARAL APP: सुबह होगी लर्निंग आउटकम परीक्षा, शाम को मिलेगा परिणाम
सरल एप से विद्यार्थियों के मूल्यांकन का मुश्किल काम होगा आसान।

आगरा, जागरण संवाददाता। परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की योग्यता का आंकलन अब परीक्षा वाले दिन ही परिणाम तैयार कर किया जा सकेगा। इस काम को नई एप सरल के माध्यम से संभव बनाया जाएगा। लखनऊ के सफल प्रयोग के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग ने अन्य जिलों में भी इसकी व्यवस्था लागू करने की कवायद तेज कर दी है।

प्रभारी बेसिक शिक्षाधिकारी ब्रजराज सिंह ने बताया कि विभाग विद्यार्थियों का लर्निंग आउटकम जानने के लिए पहले परीक्षा कराकर मूल्यांकन करता था, लेकिन अब सरल एप का प्रयोग कर शैक्षिक मूल्यांकन परीक्षा यानी स्टूडेंट असिस्मेंट टेस्ट (सैट) लिया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों से निर्धारित प्रेरणा सूची आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। अब तक सैट एक सत्र में तीन बार होती थी, लेकिन सरल एप आने से विभाग विद्यार्थियों का मूल्यांकन अब हर महीने कराने की तैयारी में है।

ऐसे करेगा काम

सैट टेस्ट में बहुविकल्पीय प्रश्नों को ओएमआर शीट के माध्यम से पूछा जाएगा। परीक्षा के करीब दो घंटे बाद ही शिक्षक ओएमआर शीट की फोटो खींचकर एप पर अपलोड करेंगे और सरल एप के आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) की मदद से उसका परिणाम तुरंत आ जाएगा।

खत्म होगी मूल्यांकन की कवायद

अब पर इस परीक्षा के बाद मूल्यांकन के लिए कापियों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) भेजा जाता था, जहां उनके मूल्यांकन व अंक निर्धारण में एक महीने तक का समय लगता था। लेकिन अब एप के माध्यम से स्कूलवार, ब्लाकवार व राज्यवार परिणाम तुरंत ही एक क्लिक पर सामने आ जाएगा।

यह है प्रेरणा सूची

शासन ने परिषदीय विद्यार्थियों के लिए कक्षावार न्यूनतम लर्निंग आउटकम तय किया है। इसके अनुसार निर्धारित है कि कक्षा एक या दो में अध्ययनरत विद्यार्थी को हिंदी, गणित व अंग्रेजी में कम से कम क्या-क्या आना ही चाहिए? इसके लिए विभाग कक्षावार प्रेरणा सूची जारी करता है। सैट का आयोजन वार्षिक व छमाही परीक्षा से अलग होगा है। 

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