Illegal Parking: जिला अस्पताल का पर्चा एक रुपया, आगरा में पार्किंग शुल्क 10 रुपये
आगरा में पार्किंग माफिया की चल रही मनमानी। जिला अस्पताल के सामने सड़क पर बना दी अवैध पार्किंग। पार्किंग से बचने के लिए अस्पताल के बाहर सड़क पर बन गई अवैध पार्किंग। गरीब लोगों पर भारी पड़ रही है माफिया की गुंडागर्दी।
आगरा, जागरण संवाददाता। जो गरीब आदमी एक रुपया का पर्चा बनवाकर सरकारी जिला अस्पताल में मरीज को दिखाने पहुंच रहा है, उसे पार्किंग के 10 रुपये अदा करने पड़ रहे हैं। आगरा में ये हाल है पार्किंग माफियाओं की मनमानी का। जिला अस्पताल परिसर के बाहर सड़क पर ही अवैध पार्किंग बना दी गई। यहां पर आटो से लेकर दोपहिया वाहन तक खड़े होने से अक्सर जाम की स्थिति रहती है। कुछ यही हाल छीपीटोला से बिजलीघर रोड का है। यहां पर जगह-जगह अवैध पार्किंग बन गई हैं। जिससे राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जिला अस्पताल आने वाले मरीजों काे इलाज के लिए सिर्फ एक रुपये का पर्चा बनवाना पड़ता है। जबकि उन्हें परिसर में अपने वाहन की पार्किंग के लिए दस रुपये देने होते हैं। पार्किंग शुल्क से बचने के लिए अधिकांश लोग अपने वाहन जिला अस्पताल के बाहर खड़ा कर देते हैं। जिससे यहां पर अवैध पार्किंग बन गई है। दोपहिया वाहनों के अलावा आटो भी यहां खड़े होने लगे हैं। कुछ दिन पहले प़ुलिस ने अभियान चलाकर अस्पताल की दीवार से लगे खोखे और दुकानें हटा दी थीं। अतिक्रमण हटाने के बाद उसकी जगह अवैध पार्किंग ने ले ली है। जिससे सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक अवैध पार्किंग के छीपीटोला तिराहे से साईं की तकिया चौराहे तक जाम की स्थिति रहती है।
छीपीटोला तिराहे से बिजलीघर चौराहा मार्ग शहर की व्यस्त सड़कों में है। इस मार्ग पर भी जगह-जगह अवैध पार्किंग बन गई है। चक्कीपाट से लेकर बिजलीघर बस स्टैंड तक करीब 100 मीटर तक सड़क किनारे आटो की अवैध पार्किंग बनी हुई है। इस दौरान यदि कोई भारी वाहन गलत साइड से आ जाए तो लंबा जाम लग जाता है। अवैध पार्किंग को कई बार हटाने का प्रयास किया गया। मगर, कुछ दिन बाद ही व्यवस्था पुराने ढर्रे पर आ जाती है। साईं की तकिया से नामनेर चौराहे तक कई जगह अवैध पार्किंग हैं। इस रोड पर अस्पतालों के अलावा कई मार्केट हैं। इसके अलावा यहां से जयपुर समेत अन्य शहरों के लिए बसें जाती हैं। इस रोड पर कई जगह अवैध पार्किंग है।