विश्व शौचालय दिवस: ताजनगरी की 'इज्जत' नहीं बचा पाए ये इज्जतघर Agra News
शहर में तीस बने हुए हैं पिंक टायलेट एक की कीमत तीन लाख। - 144 कम्युनिटी और 65 पब्लिक टायलेट। नगर निगम की लापरवाही ठीक से नहीं होती सफाई।
आगरा, अमित दीक्षित। स्थान का नाम : कॉसमास मॉल, संजय प्लेस के समीप का स्थल। नगर निगम ने यहां तीन लाख रुपये से पिंक टायलेट बनाया है, जिससे महिलाओं को शौचालय जाने में दिक्कत न हो। अफसोस, शाम 5.10 बजे। टायलेट के गेट पर ताला पड़ा हुआ था। महिलाएं आ रही थीं और लौट जा रही थीं।
- स्थान का नाम : सूरसदन प्रेक्षागृह के समीप। निगम प्रशासन के दस्तावेजों में भले ही पिंक टायलेट रात तक खुलता हो लेकिन शाम 5.25 बजे। गेट पर ताला लगा हुआ था। ड्यूटी पर तैनात महिला का कोई अतापता नहीं था। महिलाओं को मायूसी हाथ लग रही थी।
- स्थान का नाम : संजय प्लेस स्थित पीएल पैलेस के समीप। एक साल पूर्व नगर निगम प्रशासन ने पिंक टायलेट बनाया। एक महिला की तैनाती भी की गई लेकिन शाम 4 बजे कोई नहीं मिला। समीप खड़ी एक महिला ने बताया कि हर दिन पिंक टायलेट बंद रहता है।
यह है पिंक टायलेट की हकीकत। नगर निगम ने जिस मंशा के साथ लाखों रुपये खर्च किए। एक महिला की तैनाती की गई। वह सब कागजों में है। जागरण पड़ताल में पिंक टायलेट की पोल खुल गई। इज्जतघर अपनी 'इज्जत' नहीं बचा पा रहे हैं। शहर में तीस पिंक टायलेट खुले हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक टायलेट संजय प्लेस और एमजी रोड पर हैं। एक टायलेट के निर्माण पर तीन लाख रुपये खर्च हुए हैं। उधर, कुछ यही हाल शौचालयों का भी है। आजमपाड़ा, अशोक नगर, ईदगाह क्षेत्रों में गंदे पड़े हुए हैं। शहर में 144 कम्युनिटी और 65 पब्लिक टायलेट हैं।
12 घंटे खुलने का प्रावधान
पिंक टायलेट 12 घंटे खुलने का प्रावधान है लेकिन हकीकत में कई टायलेट ऐसे हैं। जहां कई दिनों तक ताला नहीं खुलता है।
इनका क्या है कहना
पिंक टायलेट सोमवार को क्यों बंद थे। इसकी जांच कराई जाएगी। संबंधित अफसर से रिपोर्ट मांगी गई है।
नवीन जैन, मेयर
सुबह नौ से रात नौ बजे तक खुलेंगे। सभी पिंक टायलेट को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है।
अरुण प्रकाश, नगरायुक्त