CoronaVirus 3rd Wave: अंधेरगर्दी, आगरा में कोविड वार्ड कागजों में बना दिए पीकू, बेड एक भी नहीं बढ़ा

CoronaVirus 3rd Wave तीसरी लहर की कितनी तैयारी। कोरोना की दूसरी लहर में बेड की कमी से रास्ते में ही दम तोड गए थे मरीज। बच्चों में संक्रमण की आशंका पर कोविड वार्ड के अतिरिक्त बनाए जाने थे पीकू।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 03:52 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 03:52 PM (IST)
CoronaVirus 3rd Wave: अंधेरगर्दी, आगरा में कोविड वार्ड कागजों में बना दिए पीकू, बेड एक भी नहीं बढ़ा
बच्चों में संक्रमण की आशंका पर कोविड वार्ड के अतिरिक्त बनाए जाने थे पीकू।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर में सरकारी अस्पतालों में बेड फुल होने से मरीजों ने रास्ते में दम तोड़ दिया। एक- एक बेड के लिए तीमारदार गिड़गिड़ाते रहे। इसके बाद तीसरी लहर की तैयारी के लिए समय मिला और बजट भी। मगर, एसएन मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में एक भी बेड नहीं बढ़ाया गया। कागजों में कोविड वार्ड ही इंटेसिव केयर यूनिट (पीकू) बना दिए गए। एसएन मेडिकल कालेज में 150 बेड का कोविड हास्पिटल और 100 बेड का कोविड वार्ड है। वहीं, दूसरी लहर में जिला अस्पताल में 70 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया था। इन दोनों अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 320 बेड थे। अप्रैल और मई में कोरोना के सक्रिय केस 4500 तक पहुंचने पर एसएन और जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पताल में भी बेड फुल हो गए थे। ऐसे में तीसरी लहर की तैयारी के लिए हास्पिटल में बेड की संख्या बढ़ाने के के साथ ही बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका पर पीकू बनाने के निर्देश दिए गए। मगर, पीकू अलग से तैयार नहीं किए गए। एसएन के 100 बेड के कोविड वार्ड को ही पीकू बना दिया गया। इसी तरह से जिला अस्पताल के 70 बेड के कोविड वार्ड में से 40 बेड पीकू के तैयार कर दिए गए। इन दोनों सरकारी अस्पतालों में एक भी बेड नहीं बढ़ाया गया। अभी भी 320 बेड ही हैं, जबकि 140 बेड के दो पीकू वार्ड तैयार हो चुके हैं।

चार सीएचसी पर बनाए गए आठ आठ बेड के पीकू

देहात में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर पीकू बनाने के निर्देश दिए गए। सीएचसी पर कोविड वार्ड नहीं बने थे, ऐसे में चार सीएचसी पर पीकू बनाने पडे। बाह, खंदौली, बरौली अहीर और सैंया स्थित सीएचसी पर आठ-आठ बेड के पीकू बनाए गए हैं। कोरोना के केस बढ़ऩे की स्थिति में 14 अन्य सीएचसी पर 10-10 बेड सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं।

ये है स्थिति

एसएन हास्पिटल-कोविड हास्पिटल (एमसीएच) कोरोना की दूसरी लहर के अंत में 120 बेड से बढ़ाकर 150 बेड किए गए। अभी भी 150 बेड हैं।

- कोविड वार्ड (बाल रोग विभाग) पीकू बना दिया गया। इसमें 100 बेड हैं। दूसरी लहर में भी 100 बेड थे।जिला अस्पताल

-70 बेड का कोविड वार्ड। इसमें से 40 बेड का पीकू बना दिया गया। लिहाजा वार्ड में 30 बेड रह गए।

कुल 18 सीएचसी

चार सीएचसी: आठ -आठ बेड के पीकू

14 सीएचसी: 10-10 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित

कोरोना के केस, मौत

पहली लहर

मार्च 12, 0अप्रैल 537, 32मई 340, 26जून 338, 25जून 577, 15अगस्त 1097, 10सितंबर 2859, 24अक्टूबर 1473, 14नवंबर 1998, 19दिसंबर 1005, 5जनवरी 2021 248, 2फरवरी 2021 54, 2

कोरोना की दूसरी लहर

मार्च 2021 186 , 3अप्रैल 2021 9718, 158मई 2021 5090, 85जून 2021 174, 34जुलाई 2021 

18, 570 बेड के कोविड वार्ड में से 40 बेड पीकू के लिए तैयार किए गए हैं। 30 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए हैं।

डा अशोक अग्रवाल, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल

100 बेड के कोविड वार्ड को पीकू बनाया गया है। कोविड हास्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 150 बेड हैं। डा प्रशांत गुप्ता, प्राचार्य एसएन मेडिकल कालेज सीएचसी पर 10-10 बेड सुरक्षित रखे गए हैं। चार सीएचसी पर पीकू वार्ड बनाए गए हैं।

-डा अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

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