Wedding Season 2021: शादी के लिए चंद रह गई शुभ मुहूर्त की तिथियां, यहां पढ़ें पूरे साल के शुभ लग्न

Wedding Season 2021 चातुर्मास में विवाह नहीं होते हैं। ऐसे में लोगों को विवाह की शुभ तिथियों के लिए नवंबर तक इंतजार करना होगा। हालांकि नवंबर और दिसंबर में भी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त की तारीखें गिनी चुनी हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:04 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:04 PM (IST)
Wedding Season 2021: शादी के लिए चंद रह गई शुभ मुहूर्त की तिथियां, यहां पढ़ें पूरे साल के शुभ लग्न
चातुर्मास के चार माह तक विवाह नहीं होते हैं।

आगरा, जेएनएन। विवाह के लिए अब जून और जुलाई में चंद शुभ मुहूर्त ही रह गए हैं। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी होगी। इसी के साथ चातुर्मास भी शुरू हो जाएंगे। चातुर्मास में विवाह नहीं होते हैं। ऐसे में लोगों को विवाह की शुभ तिथियों के लिए नवंबर तक इंतजार करना होगा। हालांकि, नवंबर और दिसंबर में भी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त की तारीखें गिनी चुनी हैं।

इस साल गर्मियों में विवाह के लिए खूब शुभ मुहूर्त थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते शादी कार्यक्रम स्थगित हो गए। अब कोरोना का प्रभाव धीरे-धीरे थमने लगा है, बाजार भी खुलने लगे हैं। ऐसे में कई लोग विवाह की शुभ मुहूर्त तिथियां जानने के लिए ज्योतिष- विद्वानों के यहां चक्कर काटने लगे हैं। आचार्य पंडित शीलनामाचार्य के अनुसार, चातुर्मास के चार माह तक विवाह नहीं होते हैं। वर्षा ऋतु प्रारंभ हो जाती है। भगवान विष्णु क्षीर सागर में आराम करने के लिए चले जाते हैं। जिनका जागरण देवोत्थान एकादशी पर होता है। इसी के साथ एक बार फिर से विवाह प्रारंभ हो जाते हैं। उनके अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी विवाह के लिए यह तिथि शुभ मुहूर्त मानी जाती है। यह शुभ तिथि 18 जुलाई को है।

जून और जुलाई में ये हैं शुभ तिथियां

जून 22, 23, 24, 26 ।

जुलाई 1, 2, 6, 7, 13, 14, 15।

नवंबर 14, 15, 20, 21, 28, 29, 30।

दिसंबर 1, 7, 11, 13।

दुकानदारों की बात

सरकार ने कोरोना कर्फ्यू के समय में दुकान खोलने की अवधि बढ़ाई है, इससे ढर्रे से उतरा कारोबार कुछ संभल सकता है। अब तमाम शादियों के मुहूर्त में तो बिना बाजार खुले ही निकल गए। अब बाकी की तिथियों से कारोबार की उम्मीद है।

- रामबाबू वर्मा, सर्राफ।

- इस बार सहालग लाक में ही निकल गई। बीते साल की तरह की इस बार भी सारे मुहूर्त बिना कारोबार के निकले गए। इस बार बाजार की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी। यह सहालग भी बिना कारोबार के निकले हैं। अब बची तिथियों से कुछ उम्मीद है।

- राज गुप्ता, कपड़ा व्यवसायी।

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