कच्ची उमर में किया प्यार, प्रेमी से मिली दुत्कार

-कानपुर राजकीय बालिका गृह में निरुद्ध हैं 160 किशोरी -70 फीसद ने प्यार के जाल में फंसकर छोड़ा था घर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 08:04 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 08:04 PM (IST)
कच्ची उमर में किया प्यार, प्रेमी से मिली दुत्कार
कच्ची उमर में किया प्यार, प्रेमी से मिली दुत्कार

आगरा, (अली अब्बास)

कच्ची उम्र में प्रेम में पड़ी आगरा के शाहगंज इलाके की किशोरी ने परिवार से बगावत कर कई बार घर छोड़ा। स्वजन उसे हर बार वापस लाए। अंतिम बार मां ने कठोर फैसला लिया। बेटी को राजकीय बालिका गृह कानपुर में छोड़ दिया। मां का कहना था कि बेटी को गलती का अहसास होने तक घर नहीं लाएंगी। आखिर बेटी को यह अहसास हुआ, वह करीब चार साल बाद घर लौटी। कानपुर के राजकीय बालिका गृह में रहने वाली यह सिर्फ आगरा क्षेत्र की ही एक किशोरी की कहानी नहीं है। वर्तमान में वहां की 161 किशोरी रह रही हैं। यह कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, झांसी, गाजियाबाद मंडल के 23 जिलों की रहने वाली हैं। इनमें 70 फीसद ऐसी हैं जिन्होंने प्रेमजाल में फंसकर घर छोड़ा है। बाद में प्रेमी धोखा दे गया और स्वजन ने भी मुंह मोड़ लिया।

प्रेमी के साथ भागी एक किशोरी को उसका परिवार साथ रखने को तैयार नहीं है। पिता कारोबारी हैं, मां की मौत के बाद उन्होंने दूसरी शादी कर ली। कान्वेंट स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने वाली मेधावी छात्रा ने दो साल पहले परिवार से बगावत कर घर छोड़ दिया था। वह करीब दो साल से बालिका गृह में रह रही है। फैशन डिजाइनिग में रूचि देख बालिका गृह उसे आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

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कम उम्र में बालिकाएं क्षणिक आकर्षण को प्यार समझ लेती हैं। वह मानसिक व सामाजिक रूप से परिपक्व नहीं होती हैं। इस कारण वह दूसरों के बहकावे में आकर घर छोड़ देती हैं।

-डा. शिव कुमार सिंह एसोसिएट प्रोफेसर मनोविज्ञान विभाग, आगरा कालेज।

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घर छोड़कर आने वाली 70 फीसद किशोरियों के पीछे कहीं न कहीं प्रेम संबंध थे। नाबालिग होने के चलते ये लड़कियां अपना अच्छा और बुरा नहीं सोच पातीं, बहकावे में जल्दी आ जाती हैं। इनकी उम्र 14 से 18 साल के बीच है।

-उर्मिला गुप्ता, राजकीय बालिका गृह कानपुर।

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