रामलीला कमेटी का नहीं होने देंगे उत्पीड़न
कमेटी के पदाधिकारियों ने राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह से की मुलाकात
आगरा,जागरण संवाददाता। रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने बारादरी प्रकरण में रविवार को राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह से मुलाकात की। राज्यमंत्री ने कमेटी का उत्पीड़न नहीं होने देने की बात कही। बारादरी प्रकरण मन:कामेश्वर मंदिर के मठ प्रशासक द्वारा कमेटी के चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद गर्माया हुआ है।
रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह को ज्ञापन सौंपा। राज्य मंत्री ने कमेटी को पूर्ण समर्थन का वादा करते हुए कहा कि वो कमेटी का उत्पीड़न नहीं होने देंगे। आगरा की रामलीला उत्तर भारत में प्रसिद्ध है। इससे जुड़े लोगों ने रामलीला की प्रसिद्धि बनाए रखने को जो बहुमूल्य योगदान दिया है, वह प्रशंसनीय है। पुराने अभिलेखों को देखें तो बारादरी ब्रिटिश काल से रामलीला से जुड़ी हुई है। छोटे से स्वार्थ के लिए कुछ लोग रामलीला कमेटी के पीछे लग गए हैं। यह हरकत निदनीय है। मैं उनसे आग्रह करता हूं कि यह रामलीला की संस्कृति से जुड़ा विषय है, इस पर कुठाराघात नहीं करें। पुलिस को एकपक्षीय कार्रवाई नहीं करने दी जाएगी। रामलीला कमेटी के विजय गोयल, राकेश जैन, राजीव अग्रवाल, अतुल बंसल, संजय तिवारी, आनंद मंगल, प्रवीन गर्ग, राहुल गौतम, मनीष शर्मा, योगेश गुप्ता आदि मौजूद रहे। बताते चलें कि इससे पहले रामलीला कमेटी के पदाधिकारी विधायक योगेंद्र उपाध्याय, सांसद एसपी सिंह बघेल से भी मिल चुके हैं और अपनी पीड़ा बता चुके हैं। पदाधिकारियों का कहना है कि उनके चार सदस्यों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने मामले को लेकर एसएसपी से भी मुलाकात की थी।