Ram Mandir Bhumi Pujan: 'बहनोई' के मंदिर निर्माण पर घर-घर मनी दीवाली
Ram Mandir Bhumi Pujan दीपक की रोशनी में दमके घर हर घर हुई राम की आराधना। चेहरे पर बिखरी खुशियों से दमक उठा मोतीझील मुहल्ला।
आगरा, विनीत मिश्र। रोटी-बेटी का संबंध रखने वाले नेपाल और भारत के बीच बुधवार को रिश्तों की नई कहानी गढ़ी गई। अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर को भूमिपूजन हुआ, तो नेपाली समाज खुशी से झूम उठा। नेपाली प्रधानमंत्री ओली के विवादित बयान को यहां दरकिनार कर दिया गया। नेपाली समाज के घर-आंगन में खुशियां बिखरीं, तो दीपों की रोशनी से देहरी दमक उठी। ये खुशियां यूं हीं नहीं हैं। नेपाली समाज तो राम को अपना आराध्य मानता है। वृंदावन का मोतीझील इलाका नेपाली समाज की इन्हीं खुशियों से मोती की तरह चमक उठा।
वृंदावन में करीब 12 सौ नेपाली परिवार रहते हैं। आबादी करीब सात हजार है। सबसे अधिक आबादी मोतीझील मुहल्ले में रहती है। सैकड़ों परिवार कई पीढिय़ों से यहां रह रहे हैं। बीते दिनों नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने भगवान राम को लेकर बयानबाजी की, राम का जन्म नेपाल में बताया था। ओली के बयान से वृंदावन का नेपाली समाज गुस्से में है। कहते हैं कि ओली को इतिहास की जानकारी नहीं है। नेपाली मित्र परिषद के अध्यक्ष राजकमल ओझा कहते हैं, हमें जितने प्रिय कृष्ण हैं, राम भी उतने ही अपने। पीढिय़ों की प्रतीक्षा के बाद राम का मंदिर बन रहा है, तो खुशी फूली नहीं समा रही। आधा परिवार नेपाल में रहता है, कहते हैं कि वहां भी आज दिवाली मनाई जा रही है। वृंदावन की कॉलोनी में भी हर घर दीप जले और घर में राम की पूजा हुई। परिषद के सचिव पुष्पराज शर्मा और उनकी मां डॉ. शांता तीर्थ की खुशियां चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थीं। कहती हैं कि राम का मंदिर बन रहा है, मेरे जीवन की इससे बड़ी खुशी नहीं हो सकती। इन खुशियों को साझा करने के लिए सुबह से नेपाल में रह रहे परिवार के संपर्क में हैं, वहां भी उतना ही उल्लास तारी है। नेपाल में भी घर-घर दीप जलाए जा रहे हैं। कमल प्रसाद दहाल, युवराज, संजीव कौशिक भी खुशी से फूले नहीं समा रहे। कहते हैं हर घर में आज दीप जले, ये दीप हमारी खुशियों के हैं, आखिर हमारे राम का मंदिर जो बन रहा है।