Sawan 2021: आगरा का राजेश्वर शिव मंदिर, जहां दिन में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग
Sawan 2021 मान्यता के अनुसार राजेश्वर शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। सुबह मंगला आरती के दौरान सफेद दोपहर की आरती के दौरान हल्का नीला और शाम की आरती के दौरान गुलाबी रंग का प्रतीत होता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कल सावन का पहला सोमवार है। ताजनगरी के चारों कोनों पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर स्थित हैं। मान्यता है कि देवाधिदेव महादेव शहरवासियों की आपत्तियों से रक्षा करते हैं। सावन के महीने में तो इन मंदिरों का विशेष महत्व है। चारों मंदिरों में मेले लगते हैं, लेकिन कोरोना काल में मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित है। इसलिए वहां सन्नाटा ही रहेगा।
इतिहास
शमसाबाद रोड पर राजेश्वर महादेव मंदिर है। इसका इतिहास करीब 850 से 900 वर्ष पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि राजाखेड़ा का एक सेठ नर्मदा नदी (मध्य प्रदेश) के समीप से बैलगाड़ी से शिवलिंग स्थापित करने के लिए ले जा रहा था। वर्तमान मंदिर स्थल के पास एक कुआं था, वहां वह विश्राम के लिए रुका। आराम के दौरान उसे शिवजी ने सपना दिया कि शिवलिंग को यहीं स्थापित कर दिया जाए। सेठ माना नहीं और शिवलिंग ले जाने की कोशिश करने लगा। शिवलिंग वहां से हिला नहीं और वहीं स्थिर हो गया। तभी से यहां मंदिर स्थापित है। मंदिर का जीर्णोद्धार लगातार हो रहा है।
मान्यता
मान्यता है कि यह शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। सुबह मंगला आरती के दौरान सफेद, दोपहर की आरती के दौरान हल्का नीला और शाम की आरती के दौरान गुलाबी रंग का प्रतीत होता है।
पिछले वर्ष भी कोरोना काल में मंदिर में सन्नाटा रहा था। इस बार भी मंदिर के उपासक ही पूजा-अर्चना कर सकेंगे। मेला इस बार भी नहीं होगा।
रूपेश उपाध्याय, पुजारी
मंदिर का विकास कार्य तेजी से हो रहा है। पहले से मंदिर परिसर का स्वरूप ही बदल गया है। अब तो दूर से ही राहगीरों को इसकी भव्यता नजर आती है।
धीरेंद्र कुमार वशिष्ठ, अध्यक्ष प्राचीन राजेश्वर मंदिर ट्रस्ट