कोराेना काल में रेलवे को रास आ रही माल ढुलाई, आय में हुई वृद्धि

आगरा रेल मंडल को अक्टूबर से दिसंबर तक माल ढुलाई से 137.37 करोड़ की हुई आय। अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक आगरा मंडल ने 2019 की तुलना में दोगुने से ज्यादा की वृद्धि की है। अक्टूबर-दिसंबर 2020 तक 443 रैक बुक किए गए।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 02:15 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 02:15 PM (IST)
कोराेना काल में रेलवे को रास आ रही माल ढुलाई, आय में हुई वृद्धि
आगरा रेल मंडल की आय में माल ढुलाई से वृद्धि हुई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण काल में रेलवे को माल ढुलाई रास आ रही है। यात्री ट्रेनों का संचालन बंद होने पर रेलवे माल ढुलाई के जरिए आय अर्जित कर रही है। आगरा रेल मंडल ने अक्टूबर से दिसंबर 2020 तक माल ढुलाई के जरिए रिकार्ड आय अर्जित की है। आने वाले समय में आगरा मंडल को इसमें और सुधार होने की उम्मीद है।

पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते रेलवे ने 22 मार्च से यात्री ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। इससे रेलवे आय में तगड़ी गिरावट आई थी। अनलाक के बाद भी रेलवे सीमित यात्री ट्रेनों का ही संचालन कर रहा है। ऐसे में रेलवे ने आय के लिए लाकडाउन में माल ढुलाई को जरिया बनाया। आगरा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक आशुतोष सिंह ने बताया कि अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक आगरा मंडल ने 2019 की तुलना में दोगुने से ज्यादा की वृद्धि की है। अक्टूबर-दिसंबर 2020 तक 443 रैक बुक किए गए, जबकि 2019 में केवल 224 रैक की बुकिंग हुई थी। इसी तरह 2020 में तीन माह में माल ढुलाई से रेलवे को 137.37 करोड़ की आय हुई है, जबकि 2019 में यह आंकड़ा केवल 82.89 करोड़ का था। आगरा मंडल की आय में 65 फीसद का इजाफा हुआ है। आने वाले समय में यह आंकड़ा और बढ़ाने की उम्मीद है।

मालगाड़ी की रफ्तार में आई तेजी

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में यात्री ट्रेनों की कमी के चलते मालगाड़ियों की रफ्तार में तेजी आई है। दिसंबर 2020 में मालगड़ियों की औसत रफ्तार 44.9 किमी प्रति घंटा रही, जो दिसंबर 2019 में 22.32 किमी प्रतिघंटा की थी। रेलवे ने समय पर सुरक्षित माल पहुंचाया है। छोटे से लेकर बडे़ व्यापारी तक अब रेलवे के जरिए माल भेजना पसंद कर रहे हैं।

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