कन्या भ्रूण हत्या की सूचना पर छापा, टीम को बंधक बनाने का प्रयास

स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम के साथ ही अभद्रता दी तहरीर गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और उपकरण जब्त क्लीनिक सील

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 05:15 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 05:15 AM (IST)
कन्या भ्रूण हत्या की सूचना पर छापा, टीम को बंधक बनाने का प्रयास
कन्या भ्रूण हत्या की सूचना पर छापा, टीम को बंधक बनाने का प्रयास

जागरण टीम, आगरा। एत्मादपुर में झोलाछाप के क्लीनिक पर गर्भपात (कन्या भ्रूण हत्या) की सूचना पर बुधवार दोपहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। झोलाछाप ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बंधक बनाने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की। महिला पुलिस बुलाकर क्लीनिक को सील किया गया। क्लीनिक संचालक झोलाछाप सहित 12 के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। एत्मादपुर की नई बस्ती में झोलाछाप राजू का डा आलिया क्लीनिक है। स्वास्थ्य विभाग को क्लीनिक में कन्या भ्रूण हत्या की सूचना मिली थी। नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डा नंदन सिंह ने बताया कि वे टीम के साथ क्लीनिक पर पहुंचे। कर्मचारी गोविद शर्मा को क्लीनिक पर भेजा। क्लीनिक पर झोलाछाप राजू बैठा हुआ था, उससे महिला मरीज दिखाने के लिए कहा, वह मरीज देखने के लिए तैयार हो गया। इशारा करने पर टीम के अन्य सदस्य पहुंच गए। उसने शोर मचा दिया। क्लीनिक में जांच कर रही टीम को बंधक बनाने का प्रयास किया, वे क्लीनिक से बाहर निकल आए । पुलिस को सूचना दी। करीब 30 मिनट बाद पुलिस को साथ लेकर टीम दोबारा कार्रवाई करने पहुंची। महिलाओं ने घेर लिया। अभद्रता की, महिला पुलिस बुलाई गई। नायब तहसीलदार सराहा असरफ, थाना प्रभारी अनुज सैनी सहित पुलिस फोर्स की मौजूदगी में क्लीनिक सील किया गया। झोलाछाप राजू क्लीनिक से भाग गया। क्लीनिक से गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवाएं, उपकरण और इस्तेमाल की हुई सिरिज जब्त की हैं। डिप्टी सीएमओ डा नंदन सिंह ने राजू, कश्मीरन, निमादर अली सहित 12 अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने, धमकी देने, अवैध रूप से चिकित्सा व्यवसाय कर जनता के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। टीम में प्रधान सहायक शिवकांत दीक्षित, चालक रमन यादव शामिल रहे। 30 मिनट में सुबूत किए नष्ट, अंदर मिले दो बेड झोलाछाप राजू के क्लीनिक के पीछे एक कमरे में दो बेड पड़े हुए थे। कूडे़दान में खून लगी हुई रूई, इस्तेमाल की हुई सिरिज पड़ी थी। टीम को आशंका है कि छापे के दौरान गर्भपात किया जा रहा था। टीम दोबारा कार्रवाई के लिए 30 मिनट बाद पहुंची। इसी दौरान वहां से मरीज हटा दिए गए। पुलिस को साथ लेकर ही करेंगे कार्रवाई नोडल अधिकारी बदले जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की 10 दिन में यह तीसरी कार्रवाई है। टीम ने सीएमओ डा आरसी पांडे से कार्रवाई के लिए पुलिस फोर्स और प्रशासन की टीम को साथ भेजने के लिए कहा है। सीएचसी की टीम नहीं पहुंची सीएचसी प्रभारी को झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। मगर, वे कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। एत्मादपुर में टीम ने सीएचसी के प्रभारी से भी संपर्क किया। मगर, वे भी नहीं आए।

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