Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा पर आज ब्रज में होगा राधा और कान्‍हा का रास, वृंदावन में वाहनों की नो एंट्री

आराध्‍य धारण करेंगे आज श्‍वेत वस्‍त्र और शीत ऋतु के अनुरूप होगा मंदिरों में बदलाव। रात में पूर्णिमा पर चंद्रमा की रोशनी में भक्‍तों को होंगे। वृंदावन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। ट्रैफिक जाम से बचाने को किया गया यातायात व्‍यवस्‍था में परिवर्तन।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:37 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:37 AM (IST)
Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा पर आज ब्रज में होगा राधा और कान्‍हा का रास, वृंदावन में वाहनों की नो एंट्री
शरद पूर्णिमा के अवसर पर आज राधा और कृष्‍ण सफेद पोशाक में नजर आएंगे।

आगरा, जेएनएन। हिंदू मान्यता में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस तिथि से शरद ऋतु का आरंभ होता है। इसकी विशेषता है कि शरद पूर्णिमा को चंद्रमा संपूर्ण और 16 कलाओं से युक्त होता है। इसे कोजागर पूर्णिमा और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस बार शरद पूर्णिमा को लेकर संशय की स्थिति है।

ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रेश कौशिक ने बताया कि मंगलवार शाम छह बजकर 44 मिनट से अश्विन मास की पूर्णिमा शुरू हो रही है, जो बुधवार शाम सात बजकर 37 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि में इसे मानने वाले बुधवार को मनाएंगे। हालांकि कुछ लोगों ने इसे मंगलवार को भी मानकर पूजा की और व्रत रखा। इस दिन भगवान शिव और सत्यनारायण का पाठ और पूजा फलदायी होती है।

धवल चांदनी में रंगे नजर आएंगे बाल-गोपाल

शरद पूर्णिमा पर भगवान श्रीकृष्ण भी धवल चांदनी के रंग में रंगे नजर आएंगे। शरद पूर्णिमा पर नटखट नंदगोपाल के लिए कोलकाता की विशेष पोशाक और श्रृंगार इस बार बाजार में खासी पसंद की जा रही हैं। मनकामेश्वर स्थित पोशाक विक्रेता मयंक मिश्रा ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर भगवान के लिए इस बार चार तरह की डिजाइनर पोशाक व श्रृंगार उपलब्ध हैं। इसमें सफेद के साथ सिल्वर रंग और दूसरा सफेद के साथ गोल्डन रंग का टच है। इनमें गोल्डन रंग वाले टच की पोशाक और श्रृंगार को खासा पसंद किया जा रहा है। इनकी कीमत साइज के हिसाब से 40 रुपये से लेकर 750 रुपये तक है। वहीं सभी पोशाकों के साथ मैचिंग श्रृंगार और मुरली भी प्रभु की शोभा और बढ़ा रहा है।

श्रीकृष्‍ण जन्‍मस्‍थान सहित अन्‍य मंदिरों में विशेष दर्शन

श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आज केशवदेवजी चंद्रलोक के स्वरूप में दर्शन देंगे। द्वारकाधीश मंदिर में भी ठाकुरजी के विशेष दर्शन होंगे। प्राचीन केशवदेव मंदिर में ठाकुरजी का अभिषेक किया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित भगवान श्रीकेशवदेव मंदिर को चंद्रलोक के स्वरूप में सजाया जाएगा। केशवदेव भगवान चंद्रलोक के स्वरूप में दर्शन देंगे। मंदिर को रंग-बिरंगी विद्युत सज्जा से जगमग किया जाएगा। शरद पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ सुबह 8. 30 बजे श्रीगिरिराज के अभिषेक से किया जाएगा। 11. 30 बजे से प्रसादी भंडारे का आयोजन किया जाएगा। शाम सात से रात दस बजे तक भजन गायन किया जाएगा। महारास का मंचन रात 11 बजे तक होगा। रात 11 बजे श्रीगिरिराजजी की महाआरती होगी। श्रद्धालुओं का प्रवेश रात 11 बजे तक हो सकेगा। जन्मस्थान के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर ने बताया कि केशवदेव मंदिर को चंद्रलोक के स्वरूप में सजाया जाएगा। छप्पनभोग का आयोजन किया जाएगा।द्वारकाधीश मंदिर में शाम 6.30 से 7.30 तक विशेष दर्शन होंगे। ठाकुरजी के दर्शन करने को रेला उमड़ेगा। मीडिया प्रभारी एड राकेश तिवारी ने बताया कि ठाकुरजी मंदिर चौक में आकर भक्तों को दर्शन देंगे। प्राचीन मंदिर ठाकुर श्रीकेशव देवजी महाराज में भगवान का सुबह पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। अभिषेक के पश्चात भक्तों को खीर वितरित की जाएगी।

वृंदावन में नो एंट्री

शरद पूर्णिमा पर बुधवार को वृंदावन में चार पहिया वाहनों के लिए नो एंट्री स्कीम लागू की गई है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देख यातायात व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। शहर के अंदर चार पहिया वाहनों की नो एंट्री रहेगी। वाहन शहर के बाहर एंट्री पाइंटों पर खड़े करने होंगे। यहां से ई-रिक्शा या आटो से श्रद्धालु गंतव्य तक जा सकेंगे। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि वृंदावन में पुख्ता यातायात व्यवस्था की कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके तहत शहर में कोई भी भारी व कामर्शियल वाहन प्रवेश नहीं करेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ई-रिक्शा का संचालन होगा। स्थानीय लोग अपनी आइडी दिखाकर वाहन से प्रवेश कर सकेंगे। हालांकि आपातकालीन वाहन प्रतिबंधों से मुक्त रहेंगे। शहर में ई-रिक्शा तथा आटो का संचालन होगा, लेकिन टेंपो का प्रवेश वर्जित होगा।

यहां होगी वाहनों की पार्किंग

- छटीकरा मार्ग पर मां वैष्णोदेवी पार्किंग, मल्टीलेवल पार्किंग, अन्नपूर्णा पार्किंग में वाहन खड़े होंगे।

- मथुरा मार्ग पर सौ शैया पार्किंग में वाहन खड़े कराए जाएंगे।

- एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन दारुख पार्किंग, पर्यटन सुविधा केंद्र में खड़े होंगे।

- पानीघाट तिराहे से सभी प्रकार के चार पहिया वाहन परिक्रमा मार्ग में प्रतिबंधित रहेंगे।

- चामुंडा कट से सभी प्रकार के चार पहिया वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।

- कैलाश नगर मोड़ से सभी प्रकार के चार पहिया वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।

- सुनरख रोड की ओर से आने वाले चार पहिया वाहन छह शिखर तिराहे से आगे पार्किंग में खड़े होंगे।

- ई-रिक्शा स्टैंड:-अटल्ला चुंगी के पास वासुदेव पार्किंग।

- वीआइपी मार्ग पर जादौन पार्किंग।

वाहनों का डायवर्जन

यमुना एक्सप्रेस-वे से वृंदावन होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग जाने वाले सभी भारी वाहन यमुना एक्सप्रेस-वे कट से लक्ष्मी नगर, गोकुल बैराज, टाउनशिप के रास्ते राष्ट्रीय राजमार्ग पहुंचेंगे। -इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग से वृंदावन होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे जाने वाले भारी वाहन टाउनशिप गोकुल बैराज से लक्ष्मी नगर होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे को जाएंगे।

राधारानी भी सफेद परिधान करेंगी धारण

चंद्रमा की धवल रोशनी में बुधवार को बृषभानु नंदनी दर्शन देंगी। बरसाना में राधारानी सफेद परिधानों में नजर आएंगी। दूधिया रोशनी में लाड़ली के अद्भुत दर्शन को श्रद्धालु लालायित नजर आएंगे।शरद पूर्णिमा की रात्रि ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाड़ली मंदिर भी दूधिया रोशनी से जगमग नजर आएगा। इस दौरान चंद्रमा की धवल चांदनी में राधारानी अपने भक्तों को दर्शन देती नजर आएंगी। लाड़ली जी मंदिर के सेवायत रासबिहारी गोस्वामी ने बताया कि बुधवार शाम राधारानी सफेद परिधानों में नजर आएंगी। चंद्रमा की चांदनी में बृषभान नंदनी को खीर का भोग लगाया जाएगा।

गहवरवन में होगा महारास

राधाकृष्ण के आत्मिक प्रेम के रंग में रंगा महारास वैसे तो रोज गहवरवन में होता है, लेकिन शरद पूर्णिमा पर गहवरवन चांदनी रोशनी में कान्हा की सखी नाचती नजर आएंगी। इस दौरान गहवरवन में स्थित रस मंडप में मान मंदिर की बालिकाएं महारास करेंगी। मान मंदिर के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने बताया कि बुधवार को गहवरवन में स्थित रस मंडप में गुरुकुल की बालिकाएं महारास करती नजर आएंगी।

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