संजय प्लेस बाजार में समस्याओं का अंबार
टूटी सड़कें और उफान ले रहे सीवर दुर्गंध से बुरा हाल सार्वजनिक शौचालय न होना सबसे बड़ी समस्या
आगरा, जागरण संवाददाता । शहर का व्यावसायिक हब संजय प्लेस बदहाल है। नगर निगम से चंद मीटर की दूरी पर स्थित यह बाजार अनदेखी का शिकार है। यहां हर दिन हजारों लोग आते हैं, लेकिन उन्हें अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ता है। इतना बड़ा बाजार होने के बाद भी यहां सार्वजनिक शौचालय तक नहीं है।
संजय प्लेस बाजार में 38 ब्लाक हैं। सैकड़ों दुकानें और कई सरकारी कार्यालय हैं। हर दिन यहां करीब करीब 30 हजार लोग आते हैं। बड़ा व्यावसायिक हब होने के बाद भी यहां जनसुविधाओं का अभाव है। अधिकांश ब्लाक में गंदगी रहती है। सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं। लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। सड़कें भी बदहाल हैं। नालियां चाक हैं, उनमें मच्छर पनप रहे हैं। स्ट्रीट लाइट खराब हैं, रात में बाजार में अंधेरा रहता है। इतना ही नहीं शाम होते ही बाजार ओपन बार बन जाता है। पुलिस चौकी से चंद दूरी पर लोग खुलेआम शराब पीते हैं। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम में कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन बाजार के विकास की ओर किसी का ध्यान नहीं है। संजय प्लेस में बड़ी संख्या में ग्राहक आते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी सार्वजनिक शौचालय न होने से है। इतने बडे़ बाजार में कम से कम हर ब्लाक में एक सार्वजनिक शौचालय होना चाहिए।
हीरेन अग्रवाल, सचिव संजय प्लेस वेलफेयर एसोसिएशन संजय प्लेस में हर जगह गंदगी का अंबार है। कूडे़दान टूटे पड़े हैं। शाम होते ही बाजार में लोग खुलेआम शराब पीने लगते हैं। अधिकांश स्ट्रीट लाइट बंद रहती हैं, ऐसे में रात में घटना होने का डर बना रहता है।
विनय मित्तल, व्यापारी संजय प्लेस में हर दिन हजारों लोग आते हैं, इसके बाद भी नगर निगम का ध्यान मार्केट की स्थिति सुधारने पर नहीं है। सड़कें खराब हैं, सीवर और नालियां चाक हैं। दुर्गंध के कारण बाजार में बैठना मुश्किल हो जाता है।
आरएस सेंगर, अध्यक्ष कंप्यूटर मार्केट एसोसिएशन संजय प्लेस से नगर निगम को बड़ा राजस्व मिलता है। ऐसे में नगर निगम और एडीए को संजय प्लेस में बेहतर जनसुविधाओं के लिए व्यापारियों के साथ बैठकर विचार करना चाहिए। व्यापारी भी इसमें अपना सहयोग देने को तैयार हैं।
बीएस बघेल, उपाध्यक्ष, संजय प्लेस वेलफेयर एसोसिएशन