रेलवे लाइन के अधिग्रहण ने बढ़ाई किसानों की बेचैनी

कीठम-भाड़ई रेलवे ट्रैक पर अधिग्रहीत की जानी है 23 गांवों के किसानों की भूमि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 06:20 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 06:20 AM (IST)
रेलवे लाइन के अधिग्रहण ने बढ़ाई किसानों की बेचैनी
रेलवे लाइन के अधिग्रहण ने बढ़ाई किसानों की बेचैनी

संवाद सूत्र, किरावली: कीठम-भाड़ई रेलवे लाइन को लेकर हो रहे भूमि अधिग्रहण के मामले में प्रभावित किसानों से आपत्तियां मांगी गई हैं। नौ और दस दिसंबर को सुबह 10 बजे प्रभावित किसानों को कलक्ट्रेट स्थित एडीएम भूमि एवं अध्याप्ति के कार्यालय में बुलाया गया है। इसको लेकर किसानों की बेचैनी बढ़ गई है।

रेल लाइन के विस्तार के लिए सदर तहसील के 17 और किरावली तहसील के छह गांवों के हजारों किसान प्रभावित होंगे। किरावली तहसील में ही 250 से अधिक किसान प्रभावित हैं। रेल लाइन के विस्तार के लिए कुल 26 किलोमीटर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इससे सदर और किरावली तहसील के कुल 23 गांवों के किसानों की लगभग 100 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। रेललाइन बाइपास विरोध संघर्ष समिति के संयोजक चौधरी दिलीप सिंह ने बताया कि भूमि चिन्हित करने के बाद से ही किसानो ने इसका विरोध शुरू कर दिया था। इसे लेकर दो बार किसानों की पंचायत हो चुकी है। किसान रेल मंत्री और जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। किसान नेता के मुताबिक प्रशासन ने किसानों की आवाज नहीं सुनीं तो आंदोलन किया जाएगा। रोडवेज संविदा कर्मियों की बैठक में बनी रूपरेखा

जागरण टीम, आगरा। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शहर में सात दिसबंर को होने वाले धरना प्रदर्शन के लिए रविवार को बाह डिपो पर संविदा कर्मियों की बैठक में रूपरेखा तय की गई। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद उप्र के बैनर तले सात दिसंबर को धरना प्रस्तावित है। इसमें कर्मचारी महंगाई भत्ता जल्द दिलाने, कोविड के दौरान मृतकर्मियों के आश्रित को नौकरी, संविदा चालक-परिचालकों व आउटसोर्स कर्मियों के मानदेय में बढ़ोत्तरी समेत सात सूत्रीय मंाग उठाएंगे। बैठक में रामनिवास शर्मा, दिनेश यादव, गुलाब सिंह, सौरभ सिंह, विनय त्यागी, वेद प्रकाश, विजय बहादुर, दिलीप कुमार, राजवीर, ब्रजमोहन, मुकेश कुमार, शिवदज्ज, सोनूसिंह, पवन आदि मौजूद रहे।

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