New District: 'अटल नगर' का प्रस्‍ताव, फाइलों तक ही रह गया सिमट कर

New District शासन स्‍तर पर दब कर रह गया उत्‍तर प्रदेश के 76वें जिले का प्रस्ताव। अक्टूबर 2018 में स्थानीय स्तर पर बनाया गया था अटल नगर का प्रस्ताव। पूर्व प्रधानमंत्री स्‍व. अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक जन्‍मस्‍थली क्षेत्र को लेकर बनना था नया जिला।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 11:54 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 11:54 AM (IST)
New District: 'अटल नगर' का प्रस्‍ताव, फाइलों तक ही रह गया सिमट कर
बटेश्‍वर, बाह को नया जिला बनाने का हुआ था प्रस्‍ताव तैयार।

आगरा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के 76 वें जिले अटल नगर का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में पड़ गया है। चंबल के क्षेत्र से जुड़े बाह-बटेश्वर को मिलाकर नया जिला देने की कवायद शुरू हुई थी। यह प्रस्तावित जिला 876.47 वर्ग किमी में फैला हुआ होता। नया जिला पूर्व प्रधानमंत्री स्‍व. अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक जन्‍मस्‍थली क्षेत्र को लेकर बनाया जाना प्रस्‍तावित था। प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाले जाने से क्षेत्रीय लोग आहत हैं।

शासन के निर्देश पर अक्टूबर 2018 में बाह-बटेश्वर को मिलाकर अटल नगर बनाने का प्रस्ताव तैयार हुआ था। अटल नगर का मुख्यालय राज्यीय राजमार्ग संख्या-62 आगरा-इटावा पर स्थित बाह होगा। इसके अंतर्गत 214 राजस्व ग्राम, 65 लेखपाल क्षेत्र, 7 राजस्व निरीक्षक क्षेत्र, 3 विकास खंड, 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 9 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 2 उप पुलिस अधीक्षक क्षेत्र, 9 थाने प्रस्तावित किए गए थे। प्रस्ताव के तहत बटेश्वरनाथ धाम, धार्मिक, आध्यात्मिक क्षेत्र से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस धाम का वर्णन पवित्र ग्रंथ रामायण, महाभारत व मत्स्य पुराण एवं जैन धर्म के श्वेताम्बरशास्त्र में मिलता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, बटेश्वर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह भगवान श्रीकृष्ण के पितामह शूरसेन के राज्य की राजधानी रहा है। बटेश्वर, पांडवों की माता कुंती व माद्री की जन्म स्थली भी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, बटेश्वर को तीर्थ स्थलों का भांजा माना गया है।

प्रस्ताव के अनुसार, बटेश्वर के निकट स्थित शौरीपुर, जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर प्रभु श्रीनेमिनाथ की जन्म स्थली है। इसलिए यह जैन धर्म का प्रमुख का तीर्थ स्थल भी है। आम आदमी पार्टी इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाले का विरोध किया है। जिलाध्यक्ष कपिल वाजपेयी का कहना कि भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बाह-बटेश्वर को नया जिला बनाने से इस क्षेत्र का विकास होता। बटेश्वर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गांव भी है।

ये था प्रस्ताव में

पर्यटन स्थल: चंबल तट पिनाहट, नादगवां, बटेश्वर, शौरीपुर।

रेलवे स्टेशन: 1 (बाह)

पशु चिकित्सा केंद्र: पिनाहट, बाह व जैतपुर।

नगर पंचायत: पिनाहट

थाने: बाह, बसई अरेला, पिनाहट, पिढ़ौरा, मंसुखपुरा, वासौनी, खेड़ा राठौर, जैतपुर, चित्राहट।

उप पुलिस अधीक्षक क्षेत्र: बाह व पिनाहट।

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