PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी का अलीगढ़ में कार्यक्रम, शामिल होने के लिए सुबह से रवाना हो रहे आगरा से भाजपाई

आगरा में भारतीय जनता पार्टी की जिला और महानगर कार्यकारिणी ने 10-10 हजार लोगों को अलीगढ़ ले जाने की थी तैयारी। देर रात तक होता रहा बसों का इंतजाम। सुबह सात बजे से रवाना होना शुरू हो गई हैं बसें। करीब 500 कारों को भी ले जाने का दावा।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 09:46 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 09:46 AM (IST)
PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी का अलीगढ़ में कार्यक्रम, शामिल होने के लिए सुबह से रवाना हो रहे आगरा से भाजपाई
आगरा से मंगलवार सुबह अलीगढ़ को रवाना होते भाजपा कार्यकर्ता।

आगरा, जागरण संवाददाता। अलीगढ़ में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आगरा से बड़ी संख्या में भाजपाई जा रहे हैं। इनको ले जाने के लिए संगठन की ओर से व्यवस्था की जा रही है, तो जनप्रतिनिधि भी जुटे हैं। जिला और महानगर दोनों की ओर से 10-10 हजार की संख्या ले जाने का संकल्प लिया था, जिसके लिए बसों की व्यवस्था करने में देररात तक संगठन जुटा रहा है। सुबह सात बजे से बसों को अलीगढ़ रवाना करने का सिलसिला शुरू हो गया है।

भाजपा जिला इकाई ने 50 बसों की व्यवस्था की है, तो 200 से अधिक चार पहिया वाहनों की व्यवस्था का दावा किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह ने बताया कि निर्धारित स्थानों पर बसें रात से ही लगवा दी गई थीं, जो सुबह सात बजे से रवाना की जा रही हैं। हर विधानसभा क्षेत्र से बसों की सहभागिता रहेगी, अधिक दूरी होने के कारण बाह विधानसभा क्षेत्र से कम बसों की व्यवस्था की गई है। वहीं विधायक अपने स्तर से बसों की व्यवस्था कर रहे हैं। वहीं महानगर इकाई की ओर से भी रात में बसों को क्षेत्र में पहुंचवाया गया था। महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने बताया कि 100 बसों की व्यवस्था की गई है और 500 चार पहिया वाहन जाएंगे। अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ता कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। खंदौली टोल पर सभी को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

किसानों को किया नजरबंद

पीएम नरेंद्र मोदी के अलीगढ़ में होने वाले कार्यक्रम में विरोध जताने जाने की तैयारी कर रहे किसानों को पुलिस ने नजर बंद कर दिया है। सोमवार देरशाम न्यू आगरा थान प्रभारी भूपेंद्र बालियान फोर्स के साथ दयालबाग स्थित किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह के आवास पर पहुंच गए। उन्होंने यहां किसान नेता के साथ सौरभ चौधरी, सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, हरवीर सिंह, हेमंत अग्रवाल, ऋषिपाल, सुरेश चाहर, ज्ञान सरन आदि को नजरबंद कर दिया। किसानों का कहना था कि ये लोकतंत्र की हत्या है। किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी