Fight Against CoronaVirus: आगरा की जेलों में कोरोना से जंग को हथियार तैयार कर रहे बंदी
Fight Against CoronaVirus वायरस संक्रमण काे फैलने से रोकने के लिए बंदी बना रहे हैं मास्क। जेल कर्मचारियों और बंदियों के लिए तैयार किए जा रहे हैं मास्क। जिला और सेंट्रल जेल में पिछले साल भी दो लाख से ज्यादा मास्क तैयार किए गए थे।
आगरा, अली अब्बास। कोरोना वायरस संक्रमण से जंग के लिए जेलों में बंदी भी हथियार तैयार कर रहे हैं। ये हथियार मास्क के रूप में तैयार किए जा रहे हैं। इससे कि वह और जेल का स्टाफ कोरोना वायरस के हमले से खुद को महफूज कर सके। जिला और सेंट्रल जेल में पिछले साल भी दो लाख से ज्यादा मास्क तैयार किए गए थे। इन मास्क को विभिन्न संगठनों ने जेल-प्रशासन को आर्डर देकर बंदियों से तैयार कराया था। बाजार से काफी कम कीमत पर इन मास्क को बेचकर बंदियों ने मुनाफा कमाया था।
एक साल बाद कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है। वायरस अधिकांश लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इससे बचने के लिए दो गज दूरी के साथ ही मास्क जरूरी है। जेल की चहारदीवारी में भी यह वायरस पहुंच गया है। हालांकि सेंट्रल जेल और जिला जेल के 45 साल से ज्यादा सभी बंदियाे को वैक्सीन लगवाई जा चुकी है। दोनों जेलों मे कोरोना संक्रमित बंदियों को रखने के लिए विशेष बैरक बनाई गई हैं। जेल प्रशासन पाजीटिव बंदियों को इन बैरक में आइसोलेट कर रहा है। उनके स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की जा रही है। इसके अलावा जिन बंदियाें को मामूली बुखार या अन्य लक्षण हैं। उन्हें भी बाकी बंदियों से अलग रखा जा रहा है।
जिला जेल और सेंट्रल जेल में पिछले वर्ष बंदियों ने दाे लाख से ज्यादा मास्क तैयार किए थे। इन मास्क को बाहर के संगठनों को बेचा गया था। इस पर बाहर से आर्डर नहीं हैं। मगर, जेल प्रशासन बंदियों और स्टाफ के लिए अपने यहां मास्क तैयार करा रहा है। सेंट्रल जेल में आठ बंदियाें द्वारा मास्क बनाने काम किया जा रहा है। वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार वीके सिंह ने बताया यह मास्क बंदियों और जेल के कर्मचारियों के लिए तैयार किए जा रहे हैं।