Inflation: आगरा के थोक बाजार में राहत, फुटकर में महंगाई की आफत

Inflation थोक बाजार में दाल और खाद्य तेलों के दाम में आई गिरावट। रिटेल बाजार में नहीं दिख रही घटी कीमतों का असर। दालों पर 10 से 15 रुपये किलो का मर्जन लेकर चल रहे हैं। ऐसा ही रिफाइंड और सरसों के तेल के दामों में हो रहा है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 03:33 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 03:33 PM (IST)
Inflation: आगरा के थोक बाजार में राहत, फुटकर में महंगाई की आफत
दालों पर 10 से 15 रुपये किलो का मर्जन लेकर चल रहे हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। महंगाई की मार से आम आदमी परेशान हैं। आम आदमी थोक बाजार और रिटेल बाजार के बीच दामों के बीच बढे़ फासले के बीच झूल रहा है। थोक बाजार में दाम कम हुए हैं, लेकिन रिटेल बाजार तक माल पहुंचते-पहुंचते उस पर मुनाफे का रंग चढ़ रहा है। कई दुकानदार 10 फीसद तो कई दुकानदार 20 फीसद तक का लाभ ले रहे हैं। बाजार में दामों में स्थिरता न होने से ग्राहक की जेब कट रही है।

कई माह बाद दाल, सरसों का तेल और रिफाइंड के दामों में कमी आई है। मगर, यह कमी केवल थोक बाजार तक ही सीमित रह गई है। रिटेल बाजार में अभी भी अधिकांश दुकानदारों ने थोक बाजार में आई गिरावट के अनुसार अपने दाम कम नहीं किए हैं। दालों पर 10 से 15 रुपये किलो का मर्जन लेकर चल रहे हैं। ऐसा ही रिफाइंड और सरसों के तेल के दामों में हो रहा है। ऐसे में जनता को थोक बाजार में आई गिरावट का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर डीएम ने व्यापारियों के साथ बैठक कर चेतावनी भी दी है। उन्होंने व्यापारियों से कहा है कि अगर अनुचित रेट वसूले गए तो छापा मार कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डीएम ने सभी व्यापारियों से रेट लिस्ट लगाने के निर्देश दिए थे, इसका भी कहीं पर पालन नहीं हुआ।

पेट्रोल-डीजल के दाम ने बढ़ाई परेशानी

महंगाई में पेट्रोल-डीजल के दामों ने आग लगा ली है। पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे ट्रांसपोर्ट कारोबार बुरी तरह प्रभावित है। वहीं भाड़ा बढ़ने से आम लोगों पर भी इसकी मार पड़ रही है। पिछले एक साल में डीजल पर 23 रुपये बढ़ गए हैं। इसका असर भी बाजार पर पड़ा है।

ये हैं थोक और रिटेल में अंतर

सामान - थोक - रिटेल

अरहर दाल - 96 - 105-110

उड़द छिलका - 76-84 - 100-104

उड़द धोबा- 88-100 - 110-120

काबुली चना- 88-100 - 100-120

मूंग धोबा - 85 - 105

मूंग छिलका - 75-85 - 85-100

रिफाइंड - 135 - 155

सरसों का तेल सलोनी - 150 - 165

नोट- सभी दाम रुपये प्रति किलो में

कोरोना के चलते वैसे ही परेशानी है, उस पर महंगाई ने परेशान कर रखा है। फुटकर बाजार में एक बार दाम बढ़ जाएं तो कम ही नहीं होते हैं। दुकानदार एक-दो रुपये कम कर दाम कम होने की बात कहते हैं। प्रशासन को इस ओर सोचना चाहिए।

डा. सोमलता, गृहिणी

महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। थोक में महंगाई भले ही कम हो गई है, लेकिन रिटेल में भी दाम कम होने चाहिए। दुकानदार दाम तो बढ़ा देते हैं, लेकिन दाम कम नहीं करते।

नीतू सिंह, गृहिणी

पिछले 15 दिनों में दालों के दामों में थोक में पांच रुपये से लेकर आठ रुपये किलो तक की कमी आई है। आगे भी दामों में गिरावट रहने की उम्मीद लग रही है। थोक बाजार में ग्राहकों को थोक रेट पर ही दाल उपलब्ध करा रहे हैं।

मोहित गर्ग, थोक दाल कारोबारी

पिछले 15 दिनों में रिफाइंड और सरसों के तेल के दामों में 20 रुपये लीटर तक की गिरावट आई है। लंबे समय बाद रिफाइंड और सरसों के तेल के दाम कम हुए हैं। इससे ग्राहकों को राहत मिली है।

आदिल, थोक कारोबारी रिफाइंड

पिछले दो सप्ताह में दाल, सरसों तेल और रिफाइंड के दाम में कमी आई है। थोक बाजार में इसका असर दिख भी रहा है। फुटकर बाजार में दाम कम हाेने को लेकर डीएम ने बैठक में सख्त चेतावनी दी है। ऐसे में फुटकर व्यापारियों से अपील है कि वो सीमित रेट लें। अन्यथा प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में संगठन अनुचित लाभ लेने वाले व्यापारियों के साथ खड़ा नहीं होगा।

टीएन अग्रवाल, अध्यक्ष आगरा व्यापार मंडल

एक साल में डीजल के दाम 23 रुपये लीटर बढ़ गए हैं। कोरोना काल में ट्रांसपोर्ट कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लाकडाउन के चलते काम न होने पर गाड़ियां खड़ी हैं। जिस हिसाब से दाम बढ़े हैं, उसके अनुसार ट्रांसपोर्टर्स को भाड़ा नहीं मिल रहा है। ऐसे में ट्रांसपोर्टर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

दीपक शर्मा, अध्यक्ष आगरा गुड्स कैरियर एसोसिएशन 

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