Safe City: महिलाओं के लिए आगरा रहेगा महफूज, नहीं कर पाएगा सड़क पर कोई गलत हरकत

आगरा में सेफ सिटी प्रोजेक्ट को लेकर तैयारियां शुरू एसएसपी ने ली बैठक। प्रदेश सरकार ने बजट में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत की है 4.98 करोड़ की धनराशि। इस प्रोजेक्ट तहत पिंक बूथ और सिटी बसों में जीपीएस कैमरे और पैनिक बटन लगाए जाने हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 02:31 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 02:31 PM (IST)
Safe City: महिलाओं के लिए आगरा रहेगा महफूज, नहीं कर पाएगा सड़क पर कोई गलत हरकत
आगरा को सेफ सिटी बनाने के लिए शुक्रवार को बैठक करते एसएसपी बबलू कुमार।

आगरा, यशपाल चौहान। प्रदेश सरकार द्वारा सेफ सिटी प्रोजेक्ट को बजट स्वीकृत किए जाने के बाद अब तैयारियां शुरू हो गई हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने पुलिस और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस पर मंथन किया। उन्होंने सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्यों के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्मार्ट सिटी के साथ ही अब सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत भी कार्य होंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने 4.98 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। महिला सुरक्षा को लेकर ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट तहत पिंक बूथ और सिटी बसों में जीपीएस, कैमरे और पैनिक बटन लगाए जाने हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने इस संबंध में गुरुवार रात को अधिकारियों की बैठक ली। इसमें उन्होंने सीसीटीवी कैमरों से अछूते स्थानों को चिह्नित करने को कहा। यहां सेफ सिटी के तहत काम कराया जा सकता है। पिंक बूथ बनाने को चौराहों की सूची बनाने को कहा और सिटी बसों को कैमरे, जीपीएस और पैनिक बटन लगाने को चिह्नित करने को निर्देश दिए। इंटीग्रेटेड पुलिस कंट्रोल रूम को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ। बैठक में एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद, एएसपी अभिषेक अग्रवाल व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी मौजूद रहे।

सेफ सिटी प्रोजेक्ट

- सेफ सिटी के तहत सिटी बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगाए जाएंगे। संकट की स्थिति में महिला पैनिक बटन दबाएगी तो कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। ये पैनिक बटन इस तरह के होंगे कि महिला बोलकर अपनी समस्या सुना भी सकेगी, इसे कंट्रोल रूम पर नोट किया जाएगा। बटन के पास ही कैमरा लगा, यह कंट्रोल रूम से जुड़ा होगा।

- शहर के ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए जाएंगे, जहां रात में महिलाओं का आवागमन होता है और वहां रोशनी कम हो। ऐसी जगहों पर रोशनी के पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे।

- प्रमुख चौराहों पर पिंक बूथ बनाए जाएंगे, जिनमें महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। महिलाएं जरूरत पड़ने पर इनसे मदद मांग सकेंगी।इसके साथ ही प्रमुख चौराहों और मुख्य बाजारों में महिलाओं के लिए पिंक टायलेट बनाए जाएंगे।

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