पर्यावरण संरक्षण: आगरा के बल्केश्वर सहित चार घाटों पर विद्युत शवदाह गृह लगाने की तैयारी

पर्यावरण संरक्षण आगरा के नगर निगम प्रशासन तैयार कर रहा है प्रस्ताव। मलका चबूतरा में शव दाह गृह लगाने का निकल चुका है टेंडर। सैकड़ों कुंतल लकड़ियों की होगी बचत पर्यावरण को भी कम से कम होगा नुकसान।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 01:20 PM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 01:20 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण: आगरा के बल्केश्वर सहित चार घाटों पर विद्युत शवदाह गृह लगाने की तैयारी
नगर आयुक्त, नगर निगम एवं उपाध्यक्ष, आगरा विकास प्राधिकरण विद्युत शवदाह गृह का निरीक्षण करते हुए।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोविड महामारी के बीच नगर निगम पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाने जा रहा है। बल्केश्वर सहित चार श्मशान घाटों पर विद्युत शवदाह गृह लगाने की तैयारी चल रही है। इससे हर दिन सैकड़ों कुंतल लकड़ियों की बचत होगी। पर्यावरण को भी कम से कम नुकसान पहुंचेगा।

23 साल पूर्व ताजगंज स्थित मोक्षधाम के पास विद्युत शव दाह गृह की स्थापना हुई थी। आगरा विकास प्राधिकरण ने 80 लाख रुपये से चार भटि्ठयां लगाई थीं। जिले का अब दूसरा विद्युत शव दाह गृह मलका चबूतरा शाहगंज में लगने जा रहा है। नगर निगम प्रशासन ने टेंडर कर दिया है जबकि निगम प्रशासन बल्केश्वर, फाउंड्रीनगर, पोइया घाट, कैलाश घाट पर विद्युत शव दाह गृह लगाने जा रहा है। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि चार घाटों पर शव दाह गृह लगाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

आज हुआ संयुक्त निरीक्षण 

नगर आयुक्त, नगर निगम एवं उपाध्यक्ष, आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा विद्युत शवदाह गृह एवं ताजगंज स्थित श्मशान घाट का संयुक्त निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पर्याप्त सुधार एवं साफ-सफाई करने हेतु निर्देश दिए गए। निरीक्षण के समय श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के पदाधिकारी गण एवं आगरा विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

तीन से चार कुंतल लकड़ियों का इस्तेमाल

श्मशान घाट में शव का अंतिम संस्कार करने पर तीन से चार कुंतल लकड़ियां लगती हैं। तीन से चार घंटे तक का समय लगता है। वहीं विद्युत शव दाह गृह में लकड़ियों की जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही अंतिम संस्कार महज 40 से 50 मिनट में हो जाता है।

मोक्षधाम श्मशान घाट का लिया जायजा

नगरायुक्त निखिल टीकाराम और एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने शनिवार सुबह ताजगंज स्थित मोक्षधाम और विद्युत शवदाह गृह का जायजा लिया। शव दाह गृह में चार भट्ठियां हैं जिसमें एक को छोड़ कर बाकी तीन बंद पड़ी है। भटि्ठयों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। जल्द ही एक और भट्ठी जलने जा रही है। वहीं मोक्षधाम की सफाई व्यवस्था को बेहतर करने पर जोर दिया। साथ ही सैनिटाइजेशन के लिए भी कहा। 

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