Water Conservation: ताजनगरी के तालाब भी होंगे आकर्षक का केंद्र, किनारों पर रोपी जाएगी हरियाली
Water Conservation जुलाई के पहले सप्ताह में होने वाले पौधरोपण अभियान के दौरान तालाब किनारे व गोशालाओं में होगा वृहद पौधरोपण। यमुना चंबल किवाड उंटगन और खारी नदी के किनारे दो-दो लाख पौधे रोपने की योजना पर भी काम शुरू हो चुका है।
आगरा, जागरण संवाददाता। जुलाई के पहले सप्ताह में होने वाले पौधरोपण की तैयारियां अभी से जोरशोर से चल रही हैं। आगरा में शहर से लेकर गांव तक में स्थान चिह्नित कर गड्ढे खोदे जा रहे हैं। ग्राम्य विकास विभाग को ही 16.31 लाख पौधे रोपने हैं। इनके लिए नदियों के किनारे के साथ ही तालाब और गोशालाओं के स्थान भी चिह्नित किए गए हैं। ग्राम्य विकास विभाग की योजना है कि बारिश का पानी सहेजने वाली तालाबों को आकर्षण का केंद्र बनाया जाए। जिससे कि ग्रामीण और पशुओं को तालाब किनारे बैठने के लिए छाया उपलब्ध हो सके। पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।
मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन ने बताया कि जिले के प्रत्येक तालाब के किनारे पौधरोपण किया जाएगा। इससे पौधों के लिए पानी की समस्या से भी नहीं जूझना होगा। जब यह पौधे बड़े हो जाएंगे तो ग्रामीणों के साथ-साथ पशुओं के काफी उपयोग में आएंगे। हालांकि भविष्य में इन तालाबों के किनारे पर और भी विकास कार्य कराने की योजना है। सीडीओ का कहना है कि पौधे रोपने के बाद ग्राम्य विकास विभाग के माध्यम से यहां विभिन्न विकास कार्य कराए जाएंगे। तालाब किनारे पेड़ों की छांव में बेंच रखवाई जाएंगी। साथ ही स्ट्रीट लाइटें भी लगवाई जाएंगी। इससे ग्रामीण यहां क्वालिटी टाइम गुजार पाएंगे। उन्होंने बताया कि गोशालाओं में भी पौध रोपण होगा। यमुना, चंबल, किवाड, उंटगन और खारी नदी के किनारे दो-दो लाख पौधे रोपने की योजना पर भी काम शुरू हो चुका है।पौधरोपण की तारीख शासन स्तर से तय होगी। इसके अलावा तालाबों के किनारे सुंदरीकरण भी कराया जाएगा।