Big Scam: आगरा के इस बड़े घोटाले की जांच ने पकड़ी रफ्तार, अब बिल से खुलेगी पोल

Big Scam डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन घोटाले में 36 करोड़ के तैयार हुए थे बिल।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 01:01 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 01:01 PM (IST)
Big Scam: आगरा के इस बड़े घोटाले की जांच ने पकड़ी रफ्तार, अब बिल से खुलेगी पोल
Big Scam: आगरा के इस बड़े घोटाले की जांच ने पकड़ी रफ्तार, अब बिल से खुलेगी पोल

आगरा, जागरण संवाददाता। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन घोटाले की जांच तेज हो गई है। हरीपर्वत पुलिस ने बिलों का सत्यापन करने वाले अफसरों और कर्मचारियों की सूची मांगी है। इससे घोटालेबाजों की नींद उड़ गई है। शनिवार को बंदी के बाद भी निगम में कई कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारी खुद को बचाने में लगे हुए हैं।

नगर निगम प्रशासन ने पांच साल पूर्व पांच कंपनियों ओम मोटर्स, अरवा एसोसिएट, सोसाइटी फॉर एजुकेशन एंड वेलफेयर फॉर आल, एसआरएमटी, स्पाक कंपनी से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का अनुबंध किया था। इन कंपनियों को शहर के सौ वार्ड से कूड़ा कलेक्शन करना था। हर घर से 60 से लेकर 300 रुपये प्रति माह, होटल और रेस्टोरेंट से 500 से लेकर 3500 रुपये प्रति माह यूजर चार्ज भी लेना था। नियमानुसार पूरा यूजर चार्ज नगर निगम के कोष में जमा होना चाहिए था। लेकिन मई से नवंबर 2019 तक कंपनियों ने खेल किया। नगर निगम सूत्रों के अनुसार कंपनियों ने 36 करोड़ रुपये के बिल तैयार किए और निगम में जमा करा दिए गए। बिलों का ठीक से सत्यापन नहीं कराया गया। 36 करोड़ में 21.55 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया। 14.45 करोड़ रुपये के बिलों के भुगतान का प्रयास किया गया। बिलों में फर्जीवाड़े की शिकायतें मेयर नवीन जैन से की गईं। दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 में नगर निगम के विशेष सदन में जमकर हंगामा हुआ और भुगतान पर रोक लगा दी गई। तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच पूरी की तो पूरा खेल खुलकर सामने आ गया। निगम प्रशासन ने डेढ़ माह पूर्व हरीपर्वत में स्पाक कंपनी को छोड़ बाकी चार कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने निगम प्रशासन से बिलों के भुगतान और जिनका भुगतान नहीं हुआ है। इसकी जानकारी मांगी है। 

इन फर्म पर दर्ज है मुकदमा

-फर्म ओम मोटर्स पर हरीपर्वत जोन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम था। उसने मई 2019 में 103560 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। जांच में सिर्फ 8803 घरों से कूडा उठाना पाया गया। जून में 103560 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया, सत्यापन में 7891 घरों से ही कूड़ा उठा था।

- मैसर्स सोसायटी फार एजुकेशन एंड वेलफेयर फार ऑल के पास लोहामंडी जोन के शाहगंज क्षेत्र का ठेका था। फर्म ने मई 2019 में 45751 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। सत्यापन में 5539 घरों से ही कूड़ा कलेक्शन पाया गया। जून 2019 में 58513 घरो की जगह सिर्फ 521 घरों से ही कूड़ा उठाया था।

- मैसर्स अरवा एसोसिएट पर ताजगंज जोन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका था। फर्म ने मई 2019 में 52939 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया।जबकि उसने 10831 घरों से ही कूडा उठाया था। जून 2019 में 66549 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। जबकि 5184 से ही कूड़ा उठा था ।

- मैसर्स एस.आर.एम.टी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को ताजगंज जोन में कूड़ा कलेक्शन ठेका था। फर्म द्वारा मई आैर जून 2019 में हाउस होल्ड की सूची नगर निगम को नहीं दी गयी। इस पर निगम ने फर्म द्वारा प्रस्तुत बिलों को शून्य मानते हुए उसके द्वारा यूजर चार्ज की कटौती की मई से सितंबर तक की किस्तें वसूलने का नोटिस दिया।

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