हिरासत में मौत पर दबिश-दबिश खेल रही पुलिस, लीपापोती में जुटी

हिरासत में मौत का मामला - न हत्यारोपित गिरफ्तार और न ही पुलिसकर्मियों को किया चिह्नित - मामले के ठंडे होने का इंतजार कर रही पुलिस

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 07:00 AM (IST)
हिरासत में मौत पर दबिश-दबिश खेल रही पुलिस, लीपापोती में जुटी
हिरासत में मौत पर दबिश-दबिश खेल रही पुलिस, लीपापोती में जुटी

आगरा: थाने में पीटकर युवक की हत्या करने के मामले में पुलिस दबिश-दबिश खेल रही है। घटना के चार दिन बाद भी पुलिसकर्मियों को चिह्नित नहीं किया जा सका है। अब मामले के ठंडे होने का इंतजार किया जा रहा है।

सिकंदरा के गैलाना रोड स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी 30 वर्षीय राजू गुप्ता की गुरुवार को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। मां रेनू लता गुप्ता का आरोप है कि पड़ोसी अंशुल प्रताप ने चोरी का आरोप लगाया था। मारपीट के बाद अंशुल और विवेक उसे थाने ले गए। वहां पुलिसकर्मियों ने मां के सामने ही बेटे को मार डाला। मामले में सिकंदरा थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। इसमें अंशुल प्रताप और विवेक नामजद और अज्ञात पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल थे। पुलिस अभी तक दोनों नामजद आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। नाम के लिए दबिश दी जा रही हैं। गिरफ्तारी के कोई प्रयास नहीं हो रहे। मां के सामने जिन पुलिसकर्मियों ने राजू को पीट-पीटकर मारा, उनकी पहचान भी नहीं हुई। जबकि उनको रेनू पहचानती हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस मामले के ठंडे होने का इंतजार कर रही है। भाजपा विधायक के दबाव में पुलिस

राजू के परिजनों का कहना है कि पुलिस मथुरा के भाजपा विधायक के दबाव में है। राजू पर चोरी का शक जताने वाले लोग विधायक के रिश्तेदार हैं। इसीलिए पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने से बच रही है। राजू को बिना मुकदमा लिखे हिरासत में लेकर पीटने के पीछे भी विधायक हैं।

सत्ताधारी पार्टी के दबाव में पुलिस ने हत्या कर दी अब कार्रवाई के नाम पर लीपापोती कर रही है।

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