अलमारियों के लाकर तोड़ जेवरात और रुपये निकाल ले गई पुलिस
आगरा जागरण संवाददाता। तलाशी के दौरान पुलिस ने घर में जमकर तोड़फोड़ की। अलमारियों के
आगरा, जागरण संवाददाता। तलाशी के दौरान पुलिस ने घर में जमकर तोड़फोड़ की। अलमारियों के लाकर तोड़ डाले, उसमें रखे जेवरात और जमा पूंजी लूट ले गए। बच्चों की गुल्लक तक नहीं छोड़ीं। पुलिस ने रविवार रात उनके साथ जो किया वह जिदगी भर नहीं भूलेंगी। गुरुवार को यह व्यथा सुनातीं अरुण के परिवार की महिलाओं की आंखों में पुलिसिया खौफ साफ दिखाई दे रहा था।
पुलिस हिरासत में म़ृत अरुण के लोहामंडी के पुल छिगा मोदी स्थित घर पर गुरुवार की सुबह से लोगों का जमावड़ा था। दो मंजिला मकान में चार कमरे हैं। जिनमे मां कमला देवी के अलावा अरुण, सोनू, रिकू और उनकी विधवा भाभी सुनीता का परिवार रहता है। अरुण की पत्नी सोनम, भाभी सुनीता, जया और नीलम समेत अन्य महिलाएं बाहर कमरे में बैठी थीं। लोगों ने स्वजन से पूछा कि पुलिस ने रुपये कहां से बरामद किए, इस पर महिलाएं आक्रोशित हो गईं। उनका कहना था कि अरुण ने चोरी नहीं की थी। विधवा सुनीता देवी ने बताया कि उनकी बेटी की नवंबर में शादी है। उसके लिए जेवरात बनवाए थे, कुछ रुपये जोड़कर रखे थे। पुलिस ने उनकी अलमारी और लाकर तोड़ दिए। उसमें रखे जेवरात और रुपये निकाल ले गई। शिवानी की गुल्लक तोड़कर उसमें रखे रुपये भी निकाल लिए। पुलिस ने अरुण और रिकू के कमरों की अलमारियों का भी यही हाल किया। रिकू की पत्नी नीलम ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी अलमारी का कुंडा तोड़ दिया, लाकर को खोलकर देखा। वहां रखा सारा सामान फेंक दिया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि तलाशी के दौरान पुलिस के हाथ जो भी नकदी-जेवरात लगा, वह उसे ले गई।