Theft in Agra: आगरा में उप निबंधक कार्यालय में हुई चोरी में पुलिस को मिले अहम सुराग

Theft in Agra सदर तहसील में उप निबंधक चतुर्थ कार्यालय में 12 अप्रैल को हुई थी चोरी। मुख्य दरवाजे का शीशा तोड़कर अंदर आए चोर अलमारी ले गए थे रुपये। परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज में आए संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 02:38 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 02:38 PM (IST)
Theft in Agra: आगरा में उप निबंधक कार्यालय में हुई चोरी में पुलिस को मिले अहम सुराग
सदर तहसील में उप निबंधक चतुर्थ कार्यालय में 12 अप्रैल को हुई थी चोरी।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा की सदर तहसील में उप निबंधक कार्यालय में दो महीने पहले हुई चार लाख 67 हजार रुपये की चोरी में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज में आए संदिग्ध का पुलिस ने पता लगा लिया है। वह परिसर में बेरोकटोक आता-जाता था। कार्यालय के कर्मचारियों को वह काफी अच्छी तरह से जानता था। पुलिस ने संदिग्ध को पक़ड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने संदिग्ध से मिली जानकारी के आधार पर कई और लोगों को भी पकड़ा है। इससे कि उनसे पूछताछ करके चोरी गई रकम को बरामद किया जा सके।

कार्यालय में चोरी का ये है मामला

सदर तहसील में 10 और 11 अप्रैल को अवकाश था। तहसील कार्यालय 12 अप्रैल की सुबह खुला। उप निबंधक चतुर्थ के कार्यालय के मुख्य दरवाजे के ताले टूटे मिले। उनकी अलमारी जिसमें कैश और जरूरी कागजाते रखे थे। वह खुली हुई मिली थी। चोर अलमारी काे चाबी से खोलकर उसमें रखे चार लाख 67 हजार रुपये निकाल ले गए थे। पुलिस लाइन से चंद कदम की दूरी पर तहसील परिसर में चोरी की सनसनीखेज घटना से लोग हैरान थे। पुलिस ने इसे चुनौती के लिए रूप में लिया। क्योंकि मामला प्रशासन के अधिकारी के कार्यालय में हुई चोरी से जुड़ा था। पुलिस ने तहसील परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कीं। इसमें दो लोग मुख्य दरवाजे का शीशा तोड़ते दिखाई दिए। मगर, शीशा इतना कम टूटा हुआ था। इससे आशंका है कि यह सब पुलिस को गुमराह करने के लिए किया गया था। क्योंकि उस शीशे से निकलना इतना आसान नहीं था। इससे कांच लगने से घायल होने का डर था। इसलिए माना जा रहा है कि चोरों ने यह सब चकमा देने के लिए किया। उनके पास अधिकारी की अलमारी की चाबी पहले से थी। उसी से अलमारी को खोलकर वह आराम से रुपये निकालकर ले गए।

पुलिस के रडार पर थे 32 लोग

पुलिस के रडार पर 32 लोग थे। यह सभी तहसील से किसी न किसी प्रकार जुड़े हुए हैं। मगर, इनमें से किसी के खिलाफ उसे कोई सुराग या साक्ष्य नहीं मिले थे। इसके बाद पुलिस के शक की सुई तहसील के पूर्व कर्मचारियों की ओर गई, लेकिन यहां से भी उसे नाकामी हाथ आई।

चाय के खोखे से जुड़े हैं चोरी के सुराग

सूत्रों के अनुसार चोरी के सुराग चाय के एक खोखे से जुड़े हुए हैं। शक के दायरे में आया संदिग्ध नशे का आदी है। बताया जाता है कि उसी ने उप निबंधक कार्यालय को निशाना बनाया था। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने चोरी से जुड़ी जानकारी पुलिस को दी हैं। 

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