आगरा के बेटे ने बनाई स्‍पेशल PPE किट, जो साड़ी पर भी फिट, मुरीद हुए मोदी

Covid Nari Kavach आगरा के बेटे ने तैयार किया साड़ी पर पहनने को स्पेशल पीपीई किट पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर की सराहना

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 12:22 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 12:22 PM (IST)
आगरा के बेटे ने बनाई स्‍पेशल PPE किट, जो साड़ी पर भी फिट, मुरीद हुए मोदी
आगरा के बेटे ने बनाई स्‍पेशल PPE किट, जो साड़ी पर भी फिट, मुरीद हुए मोदी

आगरा, तनु गुप्‍ता। कोरोना वायरस के संक्रमणकाल ने बहुत कुछ बदल दिया। मास्‍क और सैनिटाइजेशर अब सेहत के लिए जरूरी हैं, तो हेल्थ वर्कर्स के लिए पीपीई किट अहम हथियार। पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट) किट जितनी जरूरी है, उतनी ही मुश्किल उसे पहनने की प्रक्रिया। बाजार में जो मिल रही है, उसे साड़ी के ऊपर पहनना संभव नहीं। पुरुष पहनने के बाद लघुशंका तक नहीं जा सकते। इस मुश्किल दौर में तानजगरी के अनुपम गोयल ने तैयार की है स्‍पेशल पीपीई किट, नाम दिया है कोविड नारी कवच। इस स्‍पेशल किट की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीटर पर की है।

कोविड नारी कवच सूरत में तैयार किया जा रहा है लेकिन इसका बहुत खास रिश्‍ता आगरा से है। सूरत के जिस फैशन डिजायन डेवलपमेंट सेंटर में कोविड नारी कवच तैयार हुआ, वो सेंटर आगरा के मूल निवासी अनुपम गोयल का है। अनुपम का पैतृक आवास केशव कुंज, प्रताप नगर में है। पिता अशोक गोयल श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के पूर्व अध्‍यक्ष रहने के साथ हेल्‍प आगरा और सत्‍यमेव जयते जैसी संस्‍थाओं के संस्‍थापक हैं। अनुपम की स्‍कूली शिक्षा होली पब्लिक स्‍कूल में हुई। सुल्‍तानपुर के कमला नेहरू इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलाॅजी से बीटेक किया। दुबई के आइएमटी इंस्‍टीट्यूट से एमबीए करने के बाद 2009 में सूरत में खुद का इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड टेक्‍नोलाॅजी शुरू किया। बीते वर्ष नई प्रतिभाओं को मौका देने के लिए अनुपम ने स्‍टार्ट अप इंडिया के तहत डिजाइन डेवलपमेंट सेंटर (फैशनोवा) शुरू किया। इसी सेंटर के अंतर्गत ये खास पीपीई किट तैयार की गई।

कैसे तैयार हुआ कोविड नारी कवच

जागरण से फोन पर हुई बातचीत में अनुपम ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल ने लोगों की सोच को बदलने के साथ नये आयाम भी दिए हैं। महामारी से निपटने के लिए हेल्‍थ वर्कर्स को पीपीई किट पहननी अति आवश्‍यक है, लेकिन जिस तरह से ये डिजायन की गई है उसमें साड़ी के ऊपर पहनने की और लघुशंका की दिक्‍कताेें का सामना करना पड़ता है। लॉकडान के दौरान जब केरल सरकार ने अपने नर्सिंग स्‍टाफ को साड़ी न पहनने की हिदायत दी, तो लगा कि ये तो हमारी संस्‍कृति के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। सेंटर के डिजाइनर सौरभ मंडल ने स्‍पेशल पीपीई किट का डिजायन तैयार किया। इसका सैंपल 12 मई को केंद्र सरकार को भेजा गया। 25 मई को सितरा (साउथ इंडिया टेक्‍सटाइल रिसर्च एसोसिएशन) द्वारा इसे मान्‍यता दी गई। 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में इसकी सराहना की।

कोविड नारी कवच की खासियत

अनुपम के अनुसार कोविड नारी कवच पॉली प्रॉपलीन मटेरियल से तैयार किया जा रहा है। मान्‍यता मिलने के बाद से एक दिन में करीब पांच हजार किट तैयार की जा रही हैं। सफेद रंग की ये किट विशेषकर साड़ी के ऊपर पहनने के लिए तैयार की गई है। आगे से खुली होने के कारण महिलाएं इसे आसानी से पहन सकती हैं। एक पीपीई किट 450 रुपये में तैयार होती है। 

chat bot
आपका साथी