PM Modi की यात्रा से जागी आस, अमेरिका में बसे लोग बोले, फ्लाइट शुरू हों तो आ सकेंगे हम भी अपने वतन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे पर अमेरिका में बसे भारतीय हैं खुश। कोरोना वायरस संक्रमण काल के चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स चल रही हैं बंद। दैनिक जागरण ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों से बात कर जाना उनके दिल का हाल।
आगरा, जागरण संवाददाता। अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाशिंगटन पहुंच गए हैं। अमेरिका के विभिन्न शहरों में बसे आगरावासियों को अब अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटें खुलने की आस बंधी है, जिससे वो दो साल बाद अपनों से मिल सकेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण काल में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स बंद होने के बाद भारतीय अपने वतन में होने वाले किसी भी पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने नहीं आ पा रहे हैं और न ही यहां से उनके परिजन उनसे मिलने के लिए जा पा रहे हैं।
कैलिफोर्निया में रहने वाली सुषमा चौधरी हुड्डा बताती हैं कि कोरोना काल काफी मुश्किलों भरा गुजरा है। पिता को कोरोना हुआ, फोन पर ही हालचाल लेती रही। भाई-बहन सेवा में लगे रहे। पिता अब स्वस्थ हैं, लेकिन जब तक अपनी आंखों से नहीं देख लूंगी, चैन नहीं मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अमेरिका आने से यह आस बंधी है कि अब अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटें शुरू कर दी जाएंगी।
नेहा ओम और उनका बेटा रायन।
सेन फ्रांसिसको बे एरिया के वाॅलनट क्रीक रह रहीं नेहा ओम का कहना है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी यहां आए हैं। भारत के वैज्ञानिकों का लोहा पूरी दुनिया मानती है। ऐसे में दोनों देशों के बीच अगर कोई समझौता होता है तो भारत वैश्विक स्तर पर और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि मुझे अपने मां-पापा से मिलने का बेसब्री से इंतजार है। उम्मीद है कि फ्लाइट्स अब जल्द शुरू हो जाएंगी तो हम इंडिया आ पाएंगे।
न्यूजर्सी में रहने वाली दीप्ति द्विवेदी के अनुसार मोदी के अमेरिका आगमन से रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। भारत के युवाओं के सामने रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। भारतवासी दुनिया की हर कंपनी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। कोरोना काल में आए संकटों को इस दौरे से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
धनंजय कुशवाहा और प्रीति बाला।
ऑरलेंडो फ्लोरिडा में रहने वाले धनंजय कुशवाह और उनकी पत्नी प्रीति बाला कहते हैं कि मैंने पढ़ा था कि मोदी अमेरिका में कोविड महामारी, आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों सहित वैश्विक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से आए हैं। इन मुद्दों पर चर्चा आज के समय की सबसे अहम जरूरत है। उम्मीद है कि इस दौरे के सुखद परिणाम आएंगे। कोविड से उबरने के बाद अब अपने वतन आने की इच्छा भी पूरी हो सकती है।