अछनेरा में युवती से सामूहिक दुष्कर्म: पंचायत के दवाब के बाद हुई थी बरामदगी
दुष्कर्म के बाद जलाए गए थे हाथ। गुमशुदगी के दिन ही परिजनों ने दी थी तहरीर पर पुलिस रही निष्क्रिय।
आगरा, जागरण संवाददाता। अछनेरा में युवती के साथ दरिंदगी की घटना सामने आने के बाद पुलिस की लापरवाही से जुड़ी बातें भी सामने आ रही हैं। एक जनवरी की सुबह युवती गायब हुई थी। दिनभर परिजन युवती की खोजबीन करते रहे जब शाम तक कहीं कुछ पता नहीं चला तो थाने में तहरीर दी। तहरीर मिलने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही।
परिजनों को गांव के ही युवकों पर शक था। जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं ली तो युवती के परिजनों ने पंचायत में जाना सही समझा। दो जनवरी की शाम गांव में पंचायत हुई और आरोपितों पर दवाब बनाया। तब तीन जनवरी की सुबह जाकर युवती की बरामदगी हो सकी। मामला खुलने के बाद अब तक भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यदि पुलिस सक्रियता दिखाती तो एक जनवरी को ही युवती की बरामदगी हो सकती थी।
32 घंटे तक बंधक बनाया, खेत में जला दिए कपड़े
मामले के अनुसार अछनेरा के एक गांव की युवती मंगलवार को सुबह सात बजे घर से सरसों के खेत में शौच को गई थी। वहां पहले से घात लगाए बैठे युवक उसे अगवा कर ले गए। घर न पहुंचने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। गांव के एक भाजपा नेता और पिपरौठ गांव के एक युवक पर परिजनों को संदेह हुआ। उन्होंने संदिग्धों के घर जाकर नामजद मुकदमा कराने की चेतावनी दी। उसके बाद बुधवार को दोपहर तीन बजे आरोपित युवती को गांव के बाहर ही छोड़ गए। परिजनों के मुताबिक, युवती नग्न अवस्था में होने के कारण गांव के बाहर धर्मशाला में बंद हो गई। मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दिए जाने से वह डरी हुई थी। पिता के मुताबिक गुरुवार सुबह युवती ने बताया कि गांव का भाजपा नेता और पिपरौठ के युवक के साथ एक अन्य युवक उसे अगवा कर ले गए थे। तीनों ने दुष्कर्म किया और उसके हाथ और कपड़े जला दिए। गुरुवार शाम पीडि़ता के साथ अछनेरा थाने पहुंचे परिजनों ने तहरीर दी। देर रात एसपी पश्चिम अखिलेश नरायण, सीओ अछनेरा अमृता श्रीवास्तव गांव पहुंचीं और पीडि़ता से बात की।
अधिकारी बता रहे वारदात में पेचीदगी
एसएसपी अमित पाठक का कहना है कि घटना पेचीदगी वाली है। मामले की जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।