आगरा जेल प्रशासन के लिए सिरदर्द बने पेरोल पर छूटे 91 बंदी, 15 जिलों की पुलिस को भेजा पत्र

कोरोना संक्रमण के काल में सात साल और उससे कम सजा वाले 114 बंदियों को पेरोल पर किया था रिहा। 13 और 14 नवंबर को खत्म हो चुकी है पेरोल की अवधि 91 बंदी नहीं हुए है हाजिर।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 03:07 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 03:07 PM (IST)
आगरा जेल प्रशासन के लिए सिरदर्द बने पेरोल पर छूटे 91 बंदी, 15 जिलों की पुलिस को भेजा पत्र
13 और 14 नवंबर को खत्म हो चुकी है पेरोल की अवधि, 91 बंदी नहीं हुए है हाजिर।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा जिला जेल से कोरोना संक्रमण काल में पेरोल पर रिहा हुए 91 बंदी सिरदर्द बने हुए हैं। यह बंदी पेरोल की अवधि खत्म होने के बावजूद अभी तक हाजिर नहीं हुए हैं। इंतजार करने के बाद जेल प्रशासन ने इन बंदियों की वर्तमान स्थित जानने के लिए 15 जिलों के पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा है। इससे कि इन बंदियों को पकड़कर जेल में हाजिर किया जा सके।

मार्च के अंतिम सप्ताह में कोराेना वायरस संक्रमण को जेलों तक फैलने से रोकने के लिए बंदियों की मुलाकात बंद कर दी गई थी। वहीं कोरोना गाइड लाइन के तहत बंदियों के बीच शारीरिक दूरी को प्रभावी तरीके से लागू करने का प्रयास किया गया था। इसके लिए जेलों में बंदियों की संख्या कम करने का फैसला किया गया। शासन स्तर से सात साल या उससे कम की सजा वाले बंदियों को पेरोल पर रिहा करने का फैसला किया गया था। जिला जेल से 114 बंदियों को पेरोल पर रिहा किया गया था। इन सभी को अप्रैल में दो बार में रिहा किया गया।

इन बंदियों के पेरोल की अवधि 13 और 21 नवंबर को खत्म हो चुकी है। मगर, पेरोल पर रिहा हुए 91 बंदी अभी तक नहीं लौटे हैं। इससे जेल प्रशासन परेशान है। वह इन बंदियों के जेल में हाजिर होने का इंतजार कर रहा है। इसके साथ ही जेल प्रशासन ने आगरा, फीरोजाबाद, मथुरा समेत 15 जिलों के पुलिस अधिकारियों को हाजिर नहीं होने वाले बंदियों की सूची भेजी है। इससे कि पुलिस इन बंदियों के घरों पर जाकर दस्तक दे सके। यदि कोई बंदी फरार है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर सके।

जेल से छूटने के बाद अपराध करते कई गए थे पकड़े

लाकडाउन के दौरान आगरा पुलिस ने कई ऐसे बंदियों को गिरफ्तार किया था। जो कोरोना संक्रमण काल में जेल से पेरोल पर रिहा हुए थे। इसके कुछ समय बाद ही वह दोबारा अपराध करने लगे। पुलिस ने ऐसे कई बंदियों को दोबारा गिरफ्तार किया था।

बंदियों की सूची जेल प्रशासन से मांगी है । संबंधित थानों की पुलिस को बंदियों के घर भेजा जाएगा । उन्हें जेल में हाजिर कराया जाएगा ।

बोत्रे रोहन प्रमोद एसपी सिटी  

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