आज से बंद हो जाएगा पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल

कोरोना काल में 12 दिन पहले ही शुरू हुआ था पुल का संचालन पीडब्ल्यूडी कर्मियों ने ाुरू किया रेलिंग हटाने का काम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:05 AM (IST)
आज से बंद हो जाएगा पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल
आज से बंद हो जाएगा पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल

जागरण टीम, आगरा। चंबल नदी के पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल मंगलवार को हटा दिया जाएगा। सोमवार को ही पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने रेलिंग हटाने का काम शुरू कर दिया। कोरोना क‌र्फ्यू के कारण पैंटून पुल एक माह बंद रहा था। पैंटून पुल वर्ष में चार माह बारिश के दिनों में हटा दिया जाता है। इस दौरान स्टीमर के सहारे ही आवागमन रहता है। पुल हटने से बाह व पिनाहट क्षेत्र के 130 से अधिक गांवों के लोगों को 100 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आवागमन करना पड़ता है।

पैंटून पुल उत्तर प्रदेश में पिनाहट और मध्यप्रदेश के उसैत की सीमा को जोड़ता है। दोनों ही तरफ के लोगों का आवागमन इसी पुल के सहारे होता है। दो मई से दो जून तक पुल को बंद किया गया था। तब लोग जान हथेली पर लेकर नदी में कूदकर यात्रा कर रहे थे। दुर्घटना की आशंका के चलते दो जून को इसे चालू किया गया। पीडब्लयूडी के अवर अभियंता बीके पांडेय ने बताया कि 15 जून से चार माह के लिए पैंटून पुल बंद हो जाएगा। विभागीय स्टीमर के जरिये ही आवाजाही रहेगी। 100 किलोमीटर का लगाना पड़ता है चक्कर

बरसात के सीजन में चार माह के लिए पैंटून पुल बंद हो जाने से दोनों राज्यों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कारण यह है कि स्टीमर में एक साथ ज्यादा लोग सफर नहीं कर सकते और उन्हें घंटों पिनाहट व उसैत घाट पर इंतजार करना पड़ता है। इस कारण अब बाह व पिनाहट के लोगों को 100 किलोमीटर अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा। वे उदी होते हुए भिंड, मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करेंगे। पैंटून पुल निर्माण में देरी तो कभी वन विभाग लगा देता है रोक

पैंटून पुल का विवादो से गहरा नाता रहा है। इसे जोड़ने और हटाने में एक से अधिक महीने लग जाते हैं। दूसरा पुल बनने के बाद अक्सर अनुमति नहीं मिलने पर वन विभाग आवागमन पर रोक लगा देता है। वर्ष 2019-20 में आठ माह में महज 64 दिन ही पुल से आवाजाही रही। 15 फरवरी 2019 की जगह यह पुल तीन फरवरी 2020 को चालू हुआ। लाकडाउन के कारण 23 मार्च को इसे बंद कर दिया गया। आठ मई को पुल शुरू कर 15 जून को ही इसे फिर हटा दिया गया। वर्ष 2020 में पुल का निर्माण 15 अक्टूबर की जगह एक दिसंबर से हुआ। इसके बाद चंबल नदी में बाढ़ के चलते 15 दिन यह बंद रहा। वर्ष 2020-21 में आठ की जगह महज पांच माह ही इसका संचालन हो सका।

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