मनमुटाव करें समाप्त, गांव के विकास पर होनी चाहिए बात

पंचायत चुनाव में हार के बाद उम्मीदवार ने पेश की भाईचारे की मिसाल फतेहपुर सीकरी में नवनिर्वाचित प्रधान व उनके स्वजन का स्वागत

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:10 AM (IST)
मनमुटाव करें समाप्त, गांव के विकास पर होनी चाहिए बात
मनमुटाव करें समाप्त, गांव के विकास पर होनी चाहिए बात

जागरण टीम, आगरा। पंचायत चुनाव में हार के बाद भाईचारे की मिसाल पेश की गई। फतेहपुर सीकरी की ग्राम पंचायत नगला मंगोली में प्रधान पद के हारे उम्मीदवार सुनील कुमार पाराशर ने निर्वाचित ग्राम प्रधान सरोज और उनके पति मदन का स्वागत किया। कहा कि प्रधानी आती जाती रहती है। मनमुटाव समाप्त कर गांव का विकास कराया जाना जरूरी है। विकास खंरू की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सीकरी चार हिस्सा में प्रधान का चुनाव हारने वाले प्रत्याशी के बेटे महावीर सिंह वर्मा ने भी सहयोग का वायदा किया। उन्होंने कहा कि भाईचारा बना रहना चाहिए। सिकरौदा में पराजित हुए चौधरी शिवप्रसाद ने भी ग्रामीणों से मनमुटाव भुलाकर विकास के लिए एक मंच पर आने की बात कही। शिक्षित होकर ही हो सकता है विकास

जागरण टीम, आगरा। अकोला ब्लाक की ग्राम पंचायत बसैया रायमल में नवनिर्वाचित 21 वर्षीय प्रधान सतेंद्र कुमार चौधरी का ग्रामीणों ने नगला दलसहाय में स्वागत किया। बीए तृतीय वर्ष के छात्र सतेंद्र कुमार ने कहा कि उन्हें वायदा ध्यान है। प्रधान ने कहा कि शिक्षित होकर ही विकास की इबारत लिखी जा सकती है। इस ग्राम पंचायत में नगला दलसहाय, नगला बीच, चिरमौली और नगला गईयरा आदि मजरे शामिल हैं। शिक्षा का महत्व समझें ग्रामीण

जागरण टीम, आगरा। बाह ब्लाक के चमरौआ गांव में 65 फीसद वोट पाकर प्रधान बने अमित कुमार उर्फ अन्नू शर्मा ने कहा कि हर ग्रामीण को शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए। शिक्षित होने से ही क्षेत्र का विकास हो सकता है। अमित स्नातक की पढ़ाई कर चुके हैं। उनका कहना है कि गांव में भाईचारे का माहौल बनाए रखना होगा। चमरौआ को आदर्श ग्राम बनाने के लिए अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। क्षेत्र में नियमित सफाई होने और कूड़ा उठाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों से कहा जाएगा। मिलकर सहयोग करें तभी बदल सकती है गांव की सूरत

जागरण टीम, आगरा। जैतपुर ब्लाक की रीछापुरा ग्राम पंचायत के युवा प्रधान प्रवीन कुमार उर्फ सोनू भदौरिया स्नातकोत्तर कर चुके हैं। उनका कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में काम होना जरूरी है। ग्रामीणों को अपने बच्चों को शिक्षित बनाना होगा। बड़ी संख्या में विधवा, वृद्धा और विकलांगों की सुनवाई नहीं हो रही। उन्हें पेंशन दी जानी चाहिए। इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। सोनू को दूसरी बार प्रधानी की कमान सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीणों को भेदभाव भुलाकर विकास कार्यो में सहयोग करना होगा, तभी गांव की सूरत बदल सकती है।

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