छोटी सी लव स्टोरी का हत्या के साथ अंत, आप भी पढ़कर रह जाएंगे दंग

19 साल की युवती से प्रेम संबंधों में हुई थी 13 वर्षीय किशोर की हत्या। युवती के पिता और नाबालिग भाई ने बेरहमी से पीट उतारा मौत के घाट।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 15 May 2019 12:35 PM (IST) Updated:Wed, 15 May 2019 12:35 PM (IST)
छोटी सी लव स्टोरी का हत्या के साथ अंत, आप भी पढ़कर रह जाएंगे दंग
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आगरा, जेएनएन । तीन दिन पहले मैनपुरी के कुरावली क्षेत्र के नानामऊ में किशोर की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। उम्र में बड़ी युवती से प्रेम संबंधों के चलते किशोर की हत्या की गई थी। युवती के परिजनों ने युवती व किशोर को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। उन्होंने गुस्से में आकर किशोर की हत्या कर दी थी। वहीं युवती भागकर घर पहुंच गई। पुलिस ने आरोपित नाबालिग व उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है।

नानामऊ निवासी अरुण कुमार मिश्रा पत्नी के साथ रविवार दोपहर रिश्तेदारी में गए थे। घर में उनका पुत्र अर्पित (13) व उसकी बड़ी बहन मौजूद थी। गांव में अरुण की दुकान भी है। दोपहर को अर्पित दुकान पर चला गया। कुछ देर बाद दुकान बंद कर कहीं चला गया। शाम को माता-पिता घर लौटे तो अर्पित की तलाश शुरू की। देर शाम गांव के पास बने स्वास्थ्य केंद्र के एक कमरे में अर्पित का शव अद्र्धनग्न हालत में मिला। गले में उसी के पजामा से फंदा कसा था। शरीर पर चोटों के निशान थे। पोस्टमार्टम में गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई। अरुण कुमार मिश्रा ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने राजफाश करने के लिए सर्विलांस टीम को लगाया। सर्विलांस के जरिए पता चला कि अर्पित एक 19 वर्षीय युवती से फोन पर लगातार संपर्क में था। घटना वाले दिन भी अर्पित की युवती से कई बार बात हुई थी। उक्त युवती बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा है। उसका छोटा भाई 11वीं का छात्र है। युवती के भाई से दोस्ती होने के कारण अर्पित का उसके घर काफी आना-जाना था। वारदात वाले दिन युवती के भाई को स्वास्थ्य केंद्र के पास देखा गया था।

अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि युवती के नाबालिग भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि वारदात वाले दिन वह अपने पिता के साथ स्वास्थ्य केंद्र के पास भूसा डाल रहा था। तभी उसे बहन आती दिखाई दी। वह समझा कि बहन उससे मिलने आ रही है, लेकिन बहन दूसरी ओर चली गई। यह बात उसने पिता को बताई। पिता के साथ वह पीछा करते हुए पहुंचा तो अर्पित व उसकी बहन आपत्तिजनक हालत में थे। ये देख वह व पिता आवेश में आ गए। दोनों ने मिलकर पहले अर्पित की बेरहमी से पिटाई की। फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। यह देख युवती भागकर घर पहुंच गई।

अर्पित का मोबाइल फोन गायब था। युवती के भाई की निशानदेही पर पुलिस ने छत पर पड़ी बालू के ढेर से मोबाइल फोन बरामद कर लिया। पुलिस ने युवती के पिता को भी हिरासत में ले लिया। अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक दोनों आरोपितों ने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। युवती के भाई को किशोर सुधार गृह भेजा गया है। वहीं उसके पिता को जेल भेज दिया गया है।

सुराग पर खुद भी पुलिस को नहीं था यकीन

सर्विलांस के जरिए मिले सबूतों पर पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था। अर्पित की उम्र 13 साल है, जबकि युवती की उम्र 19 साल। ऐसे में किसी को इन दोनों के बीच प्रेम संबंध होने पर यकीन करना मुश्किल था। इसलिए पुलिस ने अपनी छानबीन को और आगे बढ़ाया तो इस प्रकार के सबूत मिलते चले गए। दोनों के बीच निकटता की जानकारी अन्य माध्यमों से मिली। युवती के भाई ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में अपनी आंखों से देखने की पुष्टि की तो पुलिस ने युवती को हिरासत में लिया। युवती ने भी अपने भाई के बयान की पुष्टि की तो पुलिस को यकीन हुआ।

तो मार डालता बेटी

युवती के घटना के बाद से खौफ में है। पुलिस के अनुसार घटना के समय युवती के पिता इतने गुस्से में था कि वह युवती को भी मार डालना चाहता था। युवती पिता का इरादा भांपकर वहां से भाग निकली। घर पहुंचकर परिजनों को सारी बात बताई तो परिजनों ने युवती को बचा लिया। घर पहुंचने के बाद पिता का गुस्सा कम नहीं हुआ था। अगर परिजन न बचाते तो युवती को जिंदा नहीं छोड़ता।

स्वास्थ्य केंद्र में अराजक तत्वों का बसेरा

घटना को लेकर लोगों में स्वास्थ्य केंद्र की बेकदरी को लेकर भी गुस्सा था। ग्रामीणों के अनुसार स्वास्थ्य केंद्र में चार कमरे हैं, जिनमें एक कमरे में एएनएम बैठती है। उसी कमरे में ताला लगाया जाता है। अन्य कमरे खुले रहते हैं। इन कमरों में रात को अराजक तत्वों का बसेरा होता है। तमाम अवांछनीय हरकतें यहां से संचालित की जाती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इन कमरों में ताला लगाने की जरूरत नहीं समझी।

यहीं मिला था आरोपित के पिता का शव

युवती के बाबा का शव 2012 में इसी स्वास्थ्य केंद्र के एक कमरे में पड़ा मिला था। तब भी स्वास्थ्य केंद्र के दरवाजे यूं ही खुले रहते थे। युवती के बाबा की हत्या करने की बात बताई गई थी। युवती के पिता पर हत्या का आरोप लगा था, लेकिन मामला घर का होने के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी।

आरोपित पर लगा था बालिका से दुष्कर्म का आरोप

ग्रामीणों के अनुसार गांव के ही एक आठ वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया था। इस घटना का आरोप युवती के पिता पर लगा था, लेकिन गांव में पंचायत के बाद मामला रफा-दफा कर दिया गया था। घटना की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई थी।

युवती को जिम्मेदार बता रहे ग्रामीण

ग्रामीणों के अनुसार किशोर नासमझ था। वह इस प्रकार के संबंधों को लेकर नैतिकता से अनभिज्ञ था, लेकिन युवती समझदार है। किशोर इतना समझदार नहीं था कि वह युवती को प्रेमजाल में फंसा लेता। युवती ने ही किशोर को अपने चंगुल में फंसा लिया होगा, फिर उसका शारीरिक शोषण करने लगी होगी। 

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