Oxygen Supply: सुहागनगरी में होम आइसोलेशन के मरीजों की ‘सांसों’ का हुआ इंतजाम
Oxygen Supply जागरण के मुद्दा उठाने के बाद एक मई से प्रशासन ने थी व्यवस्था। हर रोज 90 से 100 के बीच पहुंच रहे सिलेंडर हो रही मानीटरिंग। क की जगह तीन अधिकारियों को आक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्थित करने में लगाया गया।
आगरा, जेएनएन। फीरोजाबाद में कोरोनो संक्रमित मरीजों के लिए आक्सीजन की आपूर्ति के बीच होम आइसोलेशन में घुट रहीं सांसों को बड़ा सहारा मिला। होम आइसोलेशन के साथ-साथ घरों में रह रहे बीमार लोगों को आक्सीजन की समस्या का मुद्दा जागरण ने प्रमुखता से उठाया। इसके बाद मंडल में सबसे पहले व्यवस्था शुरू हो गई। अब अस्पतालों के अलावा घरों में भर्ती मरीजों को हर दिन 90 से सौ सिलेंडर दिए जा रहे हैं। एक अप्रैल से तेज हुए संक्रमण के बीच अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए आक्सीजन का संकट गहराया था। प्रशासन ने शहर में आक्सीजन आपूर्ति करने वाले प्लांट अपनी निगरानी में लेकर आपूर्ति शुरू कराई। प्रशासन की सख्ती के बाद होम आइसोलेशन और घरों में इलाज ले रहे मरीजों के लिए आक्सीजन नहीं मिल पा रही थी। तीमारदार गाड़ियों में खाली सिलेंडर लादे रात दिन भाग रहे थे। इसके साथ ही आक्सीजन सिलेंडर पर कालाबाजारी शुरू हो गई थी। जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए सुझाव भी दिए थे। इस मुद्दे पर डीएम चंद्रविजय सिंह ने अधिकारियों के साथ कई घंटे तक बैठक पर व्यवस्था बनाई। एक की जगह तीन अधिकारियों को आक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्थित करने में लगाया गया। इसके बाद अब घर में रह रहे मरीजों के लिए आक्सीजन की व्यवस्था सुचारू चल रही है।
ऐसे बनाया सिस्टम
घर में रह रहे मरीज आक्सीजन सिलिंडर के लिए प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबर पर संपर्क करते हैं। वाट्सएप पर संक्रमित या रोगी के इलाज का पर्चा और आधार कार्ड भेजा जाता है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट लेने के बाद नोडल अधिकारी द्वारा प्लांट पर मैसेज भेज दिया जाता है। जहां पर सात सौ रुपये में जंबो सिलेंडर की गैस रिफिल कर दी जाती है।
एक मई से दस मई तक की आपूर्ति एक मई
- 45 दो मई
-77 तीन मई
-122 चार मई
-64 पांच मई
-74 छह मई
-92 सात मई
-93 आठ मई
-100 नौ मई
- 69 दस मई
- 60‘ एक मई से
व्यवस्था शुरू होने के बाद होम आइसोलेशन में चल रहे कोरोना संक्रमितों और पुराने बीमारों के लिए आक्सीजन सिलेंडर दिए जा रहे हैं। इनकी कीमत भी कम कराई गई है। किसी को परेशानी नहीं है। यदि कहीं समस्या है तो मुझसे संपर्क किया जा सकता है।
विजय कुमार, नगरायुक्त व नोडल अधिकारी आक्सीजन आपूर्ति