Potato Farming: ठिठुरन भरी ठंड के कारण आलू में रोग का बढ़ गया है प्रकोप, विशेषज्ञ दे रहे ये सलाह
Potato Farming किसान फफूंदनाशक का कर रहे आलू फसल पर छिड़काव झुलसा से बचाव। रात में पानी लगाने की विशेषज्ञ दे रहे सलाह। जिले में प्रमुख फसल के रूप में आलू का उत्पादन होता है। कई बार लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता है लेकिन किसान विमुख नहीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। ठिठुरन भरी ठंड में आलू फसल पर संकट मंडरा रहा है। धूप बादलों में छिपी रहती है और बर्फीली हवा चल रही है। इस कारण आलू की फसल में झुलसा का बड़ा प्रकोप देखा जा सकता है। कृषि विशेषज्ञ किसानों को फफूंदनाशक का छिड़काव कर फसल के बचाव और रात में पानी लगाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं गेहूं, सरसों की फसल के लिए मौसम उपयोगी बना हुआ है।
जिले में प्रमुख फसल के रूप में आलू का उत्पादन होता है। कई बार लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता है, लेकिन किसान विमुख नहीं हो रहे हैं। गत वर्ष बेहतर मूल्य मिलने से इस बार रकवे में इजाफा हो गया है, जो 76 हजार हेक्टेयर से अधिक होने का अनुमान है। फतेहाबाद के किसान जितेंद्र ने बताया कि आठ बीघा में आलू की बुवाई की है। पिछले दिनों झुलसा का प्रकोप दिखा, जिसके बाद फफूंदनाशक का छिड़काव कर दिया है। रोग थमा हुआ लग रहा है। बाह के किसान राकेश सिंह ने बताया कि छह बीघा में आलू का उत्पादन किया है। झुलसा के कारण दर्जनों पौध की पत्तियां काली पड़ गई है। छिड़काव के साथ ही रात में पानी लगा रहे हैं। आरबीएस बिचपुरी के कृषि संकाय में एग्रोनोमिस्ट डा. सतीश कुमार चौहान ने बताया कि ठंड के कारण झुलसा के लक्षण खेतों में दिख रहे हैं। प्रकोप दिखने पर किसान फफूंदनाशक का छिड़काव करें। फसल में गर्माहट के लिए रात में पानी लगाएं। उन्होंने बताया कि सरसो, गेंहू की फसल के लिए मौसम उपयोगी बना हुआ है। सरसों पर फूल आ चुका है। इस समय पानी लगाने से उसमें भी फायदा होगा। वहीं गेहूं में पानी लगाने से पौध अच्छी ग्रोथ करेगी। इससे बालियां बेहतर आएंगी और बढ़वार तेजी से होगी।