आगरा की 690 में से 224 ग्राम पंचायतों में अब तक नहीं थे पंचायत भवन, अब शुरू हो रही कवायद

गांव-गांव सामुदायिक शौचालय बनाने के बाद अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जिले की 690 में से अब तक 224 ग्राम पंचयातें ऐसी थीं जिनमें पंचायत भवन नहीं थे। अब विकास गांवों की ओर भी रुख कर रहा है।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 04:25 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 04:25 PM (IST)
आगरा की 690 में से 224 ग्राम पंचायतों में अब तक नहीं थे पंचायत भवन, अब शुरू हो रही कवायद
आगरा में 167 ग्राम पंचायतों में बनकर तैयार हुए पंचायत भवन।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा को स्मार्ट शहर बनाने की कवायद चल रही है। न सिर्फ सुंदरीकरण के कार्य जोरों पर चल रहे हैं बल्कि मेट्रो ट्रेन का भी कार्य चल रहा है। इसके साथ ही अब विकास गांवों की ओर भी रुख कर रहा है। गांव-गांव सामुदायिक शौचालय बनाने के बाद अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जिले की 690 में से अब तक 224 ग्राम पंचयातें ऐसी थीं, जिनमें पंचायत भवन नहीं थे।

अछनेरा ब्लाक की सबसे अधिक ऐसी ग्राम पंचायतें थीं, जिनमें पंचायत भवन नहीं थे। पंचायत राज विभाग के अनुसार, अछनेरा ब्लाक में 29, अकोला में 15, बाह में 27, बरौली अहीर में 11, बिचपुरी में 10, एत्मादपुर में 14, फतेहाबाद में 22, फतेहपुर सीकरी में 18, जगनेर में 5, जैतपुर कलां में 19, खंदौली में 7, खेरागढ़ में 12, पिनाहट में 13, सैंया में 9 और शमसाबाद में 13 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन नहीं थे। 224 ग्राम पंचायतों में से अब तक 167 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। शेष 466 ग्राम पंचायतों में से भी अधिकांश में भी या तो पंचायत भवन नहीं थे या थे भी तो जर्जर हो चुके थे। अब इन सभी की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। कुछ ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन के अनुसार, शासन के निर्देश पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इसे मिनी सचिवालय का रूप दिया जाएगा। किसी भी कार्य के लिए ग्रामीणों को ब्लाक या जिला स्तर पर कार्यालय तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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