School in Agra: आगरा के 2343 सरकारी विद्यालयों में से 1505 विद्यालयों में अभी मानक पूरे नहीं
School in Agra जिले में सबसे आगे बिचपुरी ब्लाक है। यहां के 73 में से 53 विद्यालयों में 14 मानक पूरे कर लिए गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन ने संबंधित अधिकारियों को विद्यालयों में सभी 14 मानक पूरे करने के निर्देश दिए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। निजी विद्यालयों से टक्कर देने के लिए सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प किया जा रहा है। शासन ने इसके लिए 14 मानक निर्धारित किए हैं। मगर, बीते आठ महीने में जिले के 2343 में से 1505 सरकारी विद्यालय इन मानकों को पूरा नहीं कर पाए हैं। बीते दिनों हुई समीक्षा के अनुसार, 838 विद्यालयों में 14 मानक पूरे हुए हैं। 876 विद्यालयों में अब तक 13 मानक पूरे किए हैं और 629 विद्यालयों में 13 से मानक पर ही काम किया है।
कोरोना का संभावित खतरा कम होने पर जब विद्यालय खुलेंगे तो सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को अपने विद्यालय की तस्वीर बदली हुई मिलेगी। उनके विद्यालय की दीवारों पर न सिर्फ आकर्षक पेंटिंग बनी हाेंगी बल्कि उनकी कक्षा के फर्श पर टाइल भी लगे होंगे। शुद्धि पेयजल और कक्षा में पंखे की भी व्यवस्था होगी। कायाकल्प योजना के तहत 14 मानकों के अनुरूप कार्य करने में फतेहाबाद ब्लाक सबसे पीछे हैं। यहां के 262 सरकारी विद्यालयों में से सिर्फ 9 विद्यालयों में ही 14 मानक पूरे किए गए हैं। जबकि जिले में सबसे आगे बिचपुरी ब्लाक है।यहां के 73 में से 53 विद्यालयों में 14 मानक पूरे कर लिए गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन ने संबंधित अधिकारियों को विद्यालयों में सभी 14 मानक पूरे करने के निर्देश दिए हैं।
ये तय किए 14 मानक
शुद्ध पेयजल, बालक शौचालय, बालिका शौचालय, शौचालयों में जलापूर्ति, शौचालयों में टाइल लगाना, दिव्यांग सुलभ शौचालय, मल्टीपल हैंड वाशिंग यूनिट, कक्षा कक्ष में टाइल लगाना, श्यामपट्ट, रसोइघर, विद्यालय की समुचित रंगाई-पुताई, दिव्यांग सुलभ रैंप व रेलिंग, कक्षाओं में विद्युत उपकरण, विद्यालय में बिजली कनेक्शन।