School Closed: आगरा में विद्यालय भले हुए बंद, लेकिन विद्यार्थियों को मिलेगा पर्याप्त पोषण और पढ़ाई

School Closed मिड डे मील के साथ आनलाइन कक्षाएं चलाने के आदेश। घर पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा सूखा राशन और कुकिंग कास्ट। मिड डे मिल से देशभर के करीब बारह करोड़ विद्यार्थी और जिले के दो लाख 35 हजार विद्यार्थी इससे सीधे तौर पर जुड़े हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 09:05 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 09:05 AM (IST)
School Closed: आगरा में विद्यालय भले हुए बंद, लेकिन विद्यार्थियों को मिलेगा पर्याप्त पोषण  और पढ़ाई
मिड डे मील के साथ आनलाइन कक्षाएं चलाने के आदेश।

आगरा, जागरण संवाददाता। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच विद्यालय के रास्ते विद्यार्थियों के लिए भले दोबारा बंद हो गए हों, लेकिन उनकी पढ़ाई और पोषण प्रभावित न हो, इसके लिए केंद्र ने अभी से खास प्रबंध कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि विद्यालय भले बंद रहें, लेकिन विद्यार्थियों को सूखा राशन और खाना पकाने की राशि (कुकिंग कास्ट) उपलब्ध कराई जाए। स्थितियां चाहे जो हों, विद्यार्थियों को पौष्टिक खाना नियमित रूप से मिलना चाहिए और उनकी थाली खाली नहीं रहनी चाहिए।

केंद्र सरकार का सबसे ज्यादा जोर मध्यान्ह भोजन योजना (मिड-डे मील) पर है। वर्तमान में देशभर के करीब बारह करोड़ विद्यार्थी और जिले के दो लाख 35 हजार विद्यार्थी इससे सीधे तौर पर जुड़े हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार यादव ने बताया कि शासन की योजना है कि स्कूल खुलने पर योजना के तहत विद्यार्थियों को दोपहर का खाना स्कूलों में ही गर्मा-गरम तैयार करके दिया जाए, जबकि छुट्टी होने पर विद्यार्थियों को सूखा राशन (गेहूं, चना, चावल) आदि उपलब्ध कराया जाए और उसे पकाने के लिए राशि खाते में उपलब्ध कराया जाए, जिससे घर पर रहकर भी विद्यार्थियों का पोषण प्रभावित न हों।

होगी आनलाइन पढ़ाई

अब विद्यालय बंद हैं, तो ऐसे में विद्यार्थियों को घर बैठे पढ़ाने की योजना पर भी काम शुरू हो चुका है। इसमें विद्यार्थियों को आनलाइन या डिजिटल (टेलीविजन, रेडियो) जैसे उपलब्ध माध्यमों से पढ़ाया जाएगा। इस कवायद का उद्देश्य यही है कि विद्यार्थियों का साल खराब न हो। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि विद्यार्थियों को घर बैठे पढ़ाने का अनुभव हो चुका है। ऐसे में आनलाइन व डिजिटल शिक्षण को और बेहतर तरीके से अंजाम देने की तैयारी है।

शिक्षकों का वैक्सीनेशन

वहीं केंद्र सरकार 45 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों के वैक्सीनेशन को लेकर भी काफी सक्रिय है। इसके लिए सभी शिक्षकों को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी करने की कवायद भी जारी है। 

chat bot
आपका साथी