एसएन में 12 घंटे चला 'आपरेशन सेव लाइफ'
इमरजेंसी में सुबह नौ बजे दो घंटे के लिए रह गई आक्सीजन 44 गंभीर मरीजों को इमरजेंसी से कोविड हास्पिटल में किया शिफ्ट
आगरा,जागरण संवाददाता। एसएन इमरजेंसी में भर्ती कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए दो घंटे की आक्सीजन रह गई है। 44 गंभीर मरीज हैं, आक्सीजन बंद होती है जान जा सकती है। यह पता चलते ही मेडिसिन विभाग के डा. मृदुल चतुर्वेदी ने एसएन के कंट्रोल रूम में फोन किया। प्राचार्य डा संजय काला ने अपनी टीम के साथ आपरेशन सेव लाइफ शुरू किया। प्राचार्य डा. संजय काला इमरजेंसी पहुंचे, यहां आक्सीजन सिलिडर दो घंटे के लिए ही थे। आक्सीजन सिलिडर मिलने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने अपनी टीम को कोविड हास्पिटल पर बुला लिया। कोविड हास्पिटल में टीम पहुंची, जहां जगह थी वहां बेड डालना शुरू कर दिया। मगर, गंभीर मरीजों के लिए आइसीयू की जरूरत थी। पहली मंजिल पर एक नया आइसीयू तैयार कराया गया। बाल रोग बिल्डिग में भी बेड खाली कराने के लिए कह दिया गया। जिन मरीजों की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी, उन्हें पोस्ट कोविड वार्ड में ट्रांसफर करना शुरू कर दिया। इमरजेंसी से पहले 12 मरीजों को कोविड हास्पिटल में शिफ्ट किया, जिससे वहां आक्सीजन की मांग कम की जा सके। इस तरह रात नौ बजे तक आक्सीजन सपोर्ट वाले 44 गंभीर मरीजों को इमरजेंसी से कोविड हास्पिटल में शिफ्ट कर दिया। आपरेशन सेव लाइफ के नायक प्राचार्य डा. संजय काला मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. बलबीर सिंह डा. मृदुल चतुर्वेदी, डा. मनीष बंसल, डा. तेजपाल सिंह, डा. एके निगम टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा. संतोष कुमार एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के डा. राजीव पुरी और उनकी टीम जूनियर डाक्टर अभिनव, विपिन, शाकिर सहित उनकी टीम