ब्लैक फंगस के चार मरीजों का आपरेशन, दवाएं न होने से जान को खतरा
31 मरीज भर्ती 10 के आपरेशन कर साइनस से निकाली जा चुकी है फंगस हर रोज मरीजों के लिए मंगाई जा रही दवाएं
आगरा,जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के चार और मरीजों का मंगलवार को आपरेशन किया गया। नाक के रास्ते दूरबीन विधि से आपरेशन कर साइनस से ब्लैक फंगस निकाला गया। एसएन में 31 मरीज भर्ती हैं, लेकिन दवाओं का संकट है। हर रोज एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन मंगाए जा रहे हैं। पूरी डोज भी मरीजों को नहीं दी जा रही है। एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती ब्लैक फंगस के चार मरीजों का ईएनटी सर्जन डा. अखिल प्रताप सिंह ने आपरेशन किया। नाके रास्ते से साइनस तक ब्लैक फंगस पहुंच गई थी, इसे निकाला गया। आपरेशन के बाद निकाले गए टुकड़े को बायोप्सी के लिए भेजा गया है। यहां आपरेशन के बाद 10 मरीज भर्ती हैं, अभी सभी ठीक हैं। छह और मरीज भर्ती होने से ब्लैक फंगस वार्ड में 31 मरीज भर्ती हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है।
उधर, एसएन में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मगर, दवाओं की कमी है। ब्लैक फंगस के इलाज में सबसे कारगर एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन है। इंजेक्शन की 50 वाइल मिली थी, एक मरीज में दो से चार इंजेक्शन हर रोज दिए जाने चाहिए। मगर, इंजेक्शन की कमी है, इसलिए एक इंजेक्शन ही लगाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य दवाएं दी जा रही हैं। इससे ब्लैक फंगस के मरीजों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। एसएन के प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया डाक्टरों की टीम उपलब्ध संसाधनों से मरीजों की जान बचाने में जुटी हुई है। नहीं निकाली गईं आंख एसएन में तीन मरीजों की आपरेशन कर आंख निकाली जानी थी। मगर, डाक्टरों की टीम के तैयार न होने पर आंख नहीं निकाली गई। तीन मरीजों के दिमाग में भी ब्लैक फंगस पहुंच गया है। इन मरीजों की जान बचाना मुश्किल है। निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को नहीं मिल रहे इंजेक्शन ब्लैक फंगस के कई मरीजों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। इन्हें भी इलाज के लिए इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। पहले ब्लैक में इंजेक्शन मिला था लेकिन अब वह भी उपलब्ध नहीं है।