आंबेडकर विवि के पांच परीक्षा केंद्रों पर चल रही थी खुलकर नकल, बढ़ाई निगरानी
मथुरा और एटा के पांच परीक्षा केंद्रों पर पकड़ी गई नकल। सचल दलों ने परीक्षा नियंत्रक को दी रिपोर्ट। पुलिस बल की उपस्थिति में भी कराई गई परीक्षा। एटा में तो मास्टर की से ही कराई जा रही थी नकल। मथुरा के केंद्र की ओएमआर शीट निकलीं एक समान।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में तमाम प्रयासों के बावजूद नकल पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है। मंगलवार को सर्वाधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से मथुरा और एटा के पांच परीक्षा केंद्रों पर नकल पकड़ी गई। इन परीक्षा केंद्रों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।
मंगलवार को पहली पाली में 357, दूसरी पाली में 351 और तीसरी पाली में 352 1,70,524 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। विश्वविद्यालय द्वारा बीस सचल दल और दो विशेष सचल दल भेजे गए। मथुरा के बल्देव स्थित एक महाविद्यालय की शिकायत कुलपति को पास पहुंची तो उन्होंने सचल दल भेजकर जांच कराई। सचल दल ने सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को सौंप दी है, जिसे यूएफएम कमेटी के सम्मुख रखा जाएगा। एटा के दीनबंधु दीनानाथ पीजी कालेज में प्रथम पाली में बीएससी केमिस्ट्री तृतीय वर्ष का प्रश्न पत्र था। प्रश्न पत्र की सीरीज ए की बुकलेट में सीरीज बी, सी और डी के प्रश्नों के नंबर डलवाए जा रहे थे, जिससे मास्टर की से नकल कराई जा सके। सचल दल द्वारा प्रश्न पत्रों की बुकलेट सील कर दी गई और रिपोर्ट बनाकर परीक्षा नियंत्रण को दे दी गई। मथुरा के सौंख खेरा स्थित हजारी लाल महाविद्यालय में नकल की शिकायत परीक्षा नियंत्रक को प्राप्त हुई थी। यहां पुलिस बल बैठाकर सचल दल की निगरानी में परीक्षा कराई गई। एटा के अवागढ़ स्थित श्रीमती विमला देवी इंस्टीट्यूट में प्रथम पाली में बीएससी तृतीय वर्ष की परीक्षा में एक पर्ची लेकर सभी कक्षाओं में बोल बोलकर नकल कराई जा रही थी। इसे सामूहिक नकल की श्रेणी में डाला गया है। मथुरा के आरएसएसपीजी कालेज में सचल दल ने निरीक्षण में पाया कि एक कक्ष में छह छात्र आपस में मिलकर नकल कर रहे थे। उनकी ओएमआर की जांच करने पर पाया गया कि वह एक समान थीं। सचल दल द्वारा उनकी ओएमआर जब्त कर ली गई हैं और रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को प्रेषित कर दी गई है।
सीसीटीवी कैमरों का हो रहा निरीक्षण
सचल दलों द्वारा सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर का लिंक नियंत्रण कक्ष से न होना, बिजली की व्यवस्था न होना आदि का भी निरीक्षण किया जा रहा है। शिकायतों को परीक्षा नियंत्रक के पास दर्ज कराया जा रहा है। शिकायतों पर कार्यवाही भी की जा रही है।