Online Classes: अब चलेंगे स्‍कूल की राह, पढ़ाई के लिए अपनाया जाएगा अब ये तरीका

Online Classes कोरोना के कारण लिया गया फैसला। कालेजों में रोस्टर से बुलाए जाएंगे विद्यार्थी। ईलेक्चर्स और वाट्सएप ग्रुप बना कराएंगे पढ़ाई।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 04:43 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 04:43 PM (IST)
Online Classes: अब चलेंगे स्‍कूल की राह, पढ़ाई के लिए अपनाया जाएगा अब ये तरीका
Online Classes: अब चलेंगे स्‍कूल की राह, पढ़ाई के लिए अपनाया जाएगा अब ये तरीका

आगरा, प्रभजोत कौर। कोरोना काल में शिक्षण पद्धति पूरी तरह से बदल गई है। स्कूलों में तो ऑनलाइन पढ़ाई चल ही रही है, अब कालेज भी इस सिस्टम को अपनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। कई कालेजों ने इस तरफ गंभीरता से सोचना और काम करना शुरू भी कर दिया है। 15 जुलाई से कालेज में स्नातक स्तर के प्रवेश शुरू हो जाएंगे, पर कक्षाएं लगना अभी तय नहीं है। कक्षाएं लगने को लेकर कालेज दीपावली तक अनिशि्चतता मान कर चल रहे हैं। इसके बाद ऑनलाइन और ऑफ लाइन पढ़ाई का सिस्टम लागू किया जाएगा।

शहर में प्रमुख पांच बड़े कालेज हैं, जिनमें हर साल हजारों विद्यार्थी अलग-अलग पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं। कोरोना के कारण इस साल की तस्वीर बिल्कुल अलग है। इस साल प्रवेश प्रक्रिया 15 जुलाई से ऑनलाइन शुरू हो रही है। विद्यार्थियों को कालेज नहीं आना है, यहां तक की फीस भी ऑनलाइन ही जमा करनी है ऐसे में कक्षाएं लगने को लेकर उहापोह की सि्थति है। इस सि्थति से बचने और पढ़ाई में अवरोध न आए, इसके लिए कालेजों को द्वारा शिक्षण पद्धति की नई रणनीति बनाई जा रही है। इस रणनीति के तहत ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही ऑफलाइन पढ़ाई के नए सिस्टम को तैयार किया जा रहा है।

तैयार हो रहा ऑनलाइन फॉर्मेट

बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एक पूरा सिस्टम तैयार किया जा रहा है। ई लेक्चर्स, वाट्सएप ग्रुप आदि तैयार किए जा रहे हैं। लॉक डाउन के अवधि में भी छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षण कराया गया। प्राचार्य डा. नीता गुप्ता बताती हैं कि ऑनलाइन के साथ ही हम ऑफ लाइन पढ़ाई का सिस्टम तैयार कर रहे हैं। अगर क्लासेज लगानी पड़ीं तो छात्राओं को एक साथ न बुलाकर तय रोस्टर के अनुसार बुलाया जाएगा।

ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन की भी तैयारी

आगरा कालेज के प्राचार्य डा. विनोद माहेश्वरी के अनुसार दो से तीन महीने में ही सि्थति साफ होगी। हमारे कालेज में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी हैं, ज्यादातर गांवों से हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतें आएंगी। हम इसके लिए व्यवस्था कर रहे हैं कि एक दिन प्रथम वर्ष, दूसरे दिन द्वितीय वर्ष और इसी तरह अंतराल पर अलग अलग क्लासेज लगाई जाएं।

शिक्षकों ले रहे प्रशिक्षण

सेंट जोंस कालेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह चौहान ने बताया कि हमारे शिक्षक ऑनलाइन क्लासेज के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। शासन के आदेश के बाद जब भी कालेज शुरू होंगे, हम गूगल क्लास रूम पर कक्षाएं लगाएंगे। इससे पहले लॉक डाउन में हमने बीबीए और बीएड की कक्षाएं ऑनलाइन चलाई थीं। 

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