Water Supply in Agra: मटमैला पानी रफ्तार हुई धीमी, पूरी क्षमता से प्लांट चलाने का है प्रयास
Water Supply in Agra बुलंदशहर से आगरा को हर दिन मिलता है 350 एमएलडी गंगाजल। पिछले सप्ताह शहर भर में मटमैले पानी की आपूर्ति से लाखों लोग रहे परेशान। शहर के जिन क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हो रही है वहां टैंकर भेजे जाएंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को मटमैला पानी से कुछ राहत मिली। इससे जीवनी मंडी वाटर वर्क्स और गंगाजल प्लांट को पूरी क्षमता से चलाने के आसार बढ़ गए हैं। बुलंदशहर से मटमैला पानी मिलने के चलते यह दोनों प्लांट फिलहाल आधी क्षमता से चलाए जा रहे थे । इससे शहर के कई क्षेत्रों में ठीक से पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। साथ ही मटमैला पानी की भी सबसे अधिक शिकायतें मिल रही थी। जल संस्थान के महाप्रबंधक आर एस यादव का कहना है कि पूर्व की तरह शहर के जिन क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हो रही है वहां टैंकर भेजे जाएंगे।
बुलंदशहर से आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है तपोवन में ग्लेशियर टूटने के कारण बुलंदशहर से आगरा को गंदे पानी की आपूर्ति हो रही थी। इसके चलते पिछले सप्ताह 5 दिनों तक जीवनी मंडी वाटर वर्क्स और गंगाजल प्लांट को आधी क्षमता से चलाया जा रहा है। सोमवार सुबह मटमैला पानी से राहत मिली है । जल निगम के एक अधिकारी ने बताया कि शाम को और भी साफ पानी मिलने की उम्मीद है। साफ पानी मिलने से शोधन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इससे प्लांट के फिल्टर को 8 से 10 घंटे में साफ करना पड़ेगा जबकि वर्तमान में 2 घंटे के अंतराल में फिल्टर को साफ करना पड़ रहा है। क्योंकि फिल्टर में मिट्टी जम जाती है उसकी सफाई जरूरी है।
शहर के कई क्षेत्रों में नहीं हुई जलापूर्ति
सोमवार सुबह शहर के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हुई इसमें प्रमुख रूप से सेवला, मधु नगर , नुनिहाई, कालिंदी विहार डी ब्लॉक शामिल हैं।
कई क्षेत्रों में पानी का प्रेशर रहा कमजोर
सोमवार सुबह शहर के कई क्षेत्रों में पानी का प्रेशर कमजोर रहा। इसमें प्रमुख रूप से पंचकुइयां रोड, गोकुलपुरा, बल का बस्ती, राजा की मंडी, खेरिया मोड़ रोड शामिल हैं।