UP Board: नकल विहीन होगी आफलाइन अंक सुधार परीक्षा 18 से, 1751 विद्यार्थी होंगे शामिल

UP Board हर ब्लाक में बनाया जाएगा एक-एक केंद्र। नकल विहीन आफलाइन परीक्षा की हो रही तैयारी। अंक सुधार परीक्षा में मिले अंक ही अंतिम माने जाएंगे और प्रोन्नति पर मिले अंक अमान्य हो जाएंगे। परीक्षा 18 सितंबर से छह अक्टूबर तक दो पाली में संपन्न होगी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 08:13 AM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 08:13 AM (IST)
UP Board: नकल विहीन होगी आफलाइन अंक सुधार परीक्षा 18 से, 1751 विद्यार्थी होंगे शामिल
आगरा के हर ब्लाक में बनाया जाएगा एक-एक परीक्षा केंद्र।

आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) में बिना परीक्षा प्रोन्नति व प्राप्त अंकों से असंतुष्ट हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थी 18 सितंबर से अंक सुधार परीक्षा देंगे। परीक्षा के लिए जिले के 1751 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।

जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि अंक सुधार परीक्षा में शामिल होने के लिए इच्छुक विद्यार्थियों से बिना शुल्क 27 अगस्त तक आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद बोर्ड ने अंतिम तिथि बढ़ाकर 29 अगस्त कर दी थी। तय समय तक जिले से 1751 विद्यार्थियों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में अंक सुधार परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। इसके लिए डीएम की अध्यक्ष में जिला समिति की बैठक होगी और परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा।

हर ब्लाक में होगा एक केंद्र

आफलाइन परीक्षा नकल विहीन कराई जाएगी, इसलिए हर ब्लाक में एक-एक राजकीय या सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। केंद्रों की सूची जल्द ही फाइनल कर उन्हें विद्यार्थी आवंटित कर दिए जाएंगे। परीक्षा 18 सितंबर से छह अक्टूबर तक दो पाली में संपन्न होगी। हाईस्कूल की परीक्षा 12 कार्यदिवस में संपन्न होगी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 दिन में पूरी होगी।

परीक्षा में मिलें अंक होंगे अंतिम

इस अंक सुधार परीक्षा में मिले अंक ही अंतिम माने जाएंगे और प्रोन्नति पर मिले अंक अमान्य हो जाएंगे। इसका मतलब ये होगा कि अंक सुधार परीक्षा में अंक अधिक आए, तो अधिक अंक मिलेंगे, जबकि फेल होने पर विद्यार्थी फेल माने जाएंगे।

बिना अंक प्रोन्नत वाले मामलों पर संशय बरकरार

बोर्ड परीक्षा परिणाम में बिना अंक प्रोन्नत हुए विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक है। जिले से करीब साढ़े चार हजार ऐसे विद्यार्थी हैं। लेकिन अंक सुधर के लिए सिर्फ 1751 ने ही आवेदन किया है।आवेदन करने वाले बिना अंक प्रोन्नत होने वाले विद्यार्थी ही हैं, यह भी तय नहीं है। ऐसे में प्रोन्नत होने वाले लेकिन आवेदन न करने वाले विद्यार्थियों का भविष्य क्या होगा? कोई नहीं जानता। बोर्ड ने कोशिश की थी कि प्रयास कर ऐसे सभी विद्यार्थियों को अंक सुधार परीक्षा में शामिल कराकर प्राप्त अंक दे दिए जाएं, लेकिन ज्यादातर ने आवेदन ही नहीं किया, इसलिए बोर्ड ने उन्हें राहत देने के लिए बीच का रास्ता निकालना होगा, जिस पर बोर्ड स्तर से गंभीर मंथन चल रहा है।उम्मीद हैं बोर्ड उन्हें राहत देगा। 

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